Dr Manmohan Singh: ऐसी दिखती थी मनमोहन सिंह की मारुति, लग्जरी गाड़ियां भी दिखेगी फीकी

By Vikash Beniwal

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Dr Manmohan Singh: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 92 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह गए. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. अलग-अलग क्षेत्रों के लोग उनके योगदान और सादगी को याद कर रहे हैं. उनकी सादगी ने उन्हें आम जनता के दिलों में एक विशेष स्थान दिया.

असीम अरुण ने शेयर किया खास किस्सा

योगी सरकार में मंत्री और पूर्व पुलिस अधिकारी असीम अरुण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर डॉ. सिंह की सादगी से जुड़ा एक खास किस्सा साझा (personal-story-of-manmohan-singh-simplicity) किया. असीम ने बताया कि वह 2004 से तीन साल तक उनकी एसपीजी सुरक्षा टीम का हिस्सा रहे. उन्होंने लिखा, “डॉ. सिंह अपनी पुरानी मारुति 800 को बहुत पसंद करते थे और उसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा गाड़ी के मुकाबले अधिक महत्व देते थे.”

मारुति 800

डॉ. मनमोहन सिंह के पास 1996 मॉडल की मारुति 800 थी, जो उनकी संपत्ति सूची (property-list-including-maruti-800) में दर्ज थी. वह इस गाड़ी को अपनी पहचान और सादगी का प्रतीक मानते थे. प्रधानमंत्री होने के बावजूद, उनका यह जुड़ाव उनकी विनम्रता को दर्शाता है.

मारुति 800 का इतिहास और विशेषताएं

मारुति 800 भारत में 14 दिसंबर 1983 को लॉन्च की गई थी. यह कार 796cc के पेट्रोल इंजन के साथ आती थी और 14kmpl से 16.1kmpl का माइलेज देती थी. इसकी शुरुआती कीमत (maruti-800-launch-price) मात्र 48,000 रुपये थी, जो इसे मिडिल क्लास परिवारों के लिए सुलभ बनाती थी.

मारुति 800 की पहली डिलीवरी

भारत की पहली मारुति 800 कार हरपाल सिंह को दी गई थी. 14 दिसंबर 1983 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें कार की चाबी सौंपी. यह कार न केवल भारतीय ऑटोमोबाइल (first-indian-multi-feature-car) उद्योग के लिए ऐतिहासिक थी, बल्कि आम जनता के बीच भी बेहद लोकप्रिय हो गई.

मारुति 800 और मशहूर हस्तियां

मारुति 800 कई मशहूर हस्तियों की पहली कार रही है. क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अभिनेता शाहरुख खान ने भी अपने करियर की शुरुआत में इसे खरीदा था. यह कार (first-car-of-celebrities-in-india) उनकी सफलता के शुरुआती दिनों की याद दिलाती है.

डॉ. सिंह की सादगी का प्रतीक

डॉ. मनमोहन सिंह का मारुति 800 से लगाव यह दिखाता है कि वह हमेशा जमीन से जुड़े (grounded-leadership-symbol) रहे. प्रधानमंत्री रहते हुए भी उन्होंने अपनी पुरानी कार के प्रति प्रेम को बनाए रखा. यह उनकी विनम्रता और मिडिल क्लास मूल्यों को दर्शाता है.

डॉ. सिंह की विरासत

डॉ. सिंह ने अपने जीवन में कई बड़े फैसले लिए, लेकिन उनकी सादगी और आम आदमी से जुड़ाव (connection-with-common-people) ने उन्हें एक विशेष नेता बनाया. उनकी यह विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.