अनगिनत दौलत होने के बाद भी बादशाह अकबर रह गये अनपढ़, इस लाइलाज बीमारी के कारण नही कर पाए पढ़ाई

बच्चों को शुरू में पढ़ने में काफी दिक्कतें आती है. कुछ की पढ़ाई में रुचि होती है, परंतु कुछ की पढ़ाई में तनिक भी रुचि नहीं होती है. ऐसा ही हाल मुगल साम्राज्य के महान शासक अकबर का भी था. जी हां मुगल साम्राज्य के महान शासक अकबर अनपढ़ थे. बचपन से ही उनकी पढ़ाई में तनिक भी रुचि नहीं थी. अनेक मुल्लाओं के लाख कोशिश करने के बाद भी मुगल बादशाह अरबी और उर्दू की शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाए थे.
इस बीमारी का थे शिकार
आपको बता दे कि उस समय बादशाह की पढ़ाई में तनिक भी रुचि नहीं थी. बादशाह के पहले शिक्षक मुल्ला असमुद्दीन की लाख कोशिशो के बाद भी वह अकबर को पढ़ा नहीं पाए. विशेषज्ञों के अनुसार अकबर को एक बीमारी थी जिसे आधुनिक संसार में डिस्लेक्सिया के नाम से जाना जाता है.
आपको बता दे कि इस बीमारी में लोगों को अक्षर याद करने और उन्हें सीखने में बहुत ही कठिनाई होती है. यही कारण था कि बादशाह अकबर भी पढ़ाई नहीं कर पाए थे क्योंकि उन्हें अक्षर याद नहीं रहते थे. परंतु अनपढ़ होने के बावजूद भी वह एक महान शासक रहे और उन्होंने इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया.
शिक्षा को छोड़ दिया जाए तो अकबर बाकी सभी गुणो में परिपूर्ण थे और मुगल बादशाहों में बहुत ही प्रसिद्ध थे. साथ ही उनके दरबार में उनके साथ उनके नवरत्न भी बैठा करते थे जो उनसे कहीं अधिक विद्वान और पढ़े लिखे थे. परंतु इसके बावजूद भी बादशाह अकबर अपनी युद्ध कला और नीतियों के लिए उसे समय के बहुत महान बादशाह माने जाते थे.