काले गेहू की खेती से किसान उठा रहे बम्पर फायदा, साधारण गेहू के मुकाबले देती है अधिक पैदावार

कृषि से ज्यादा मुनाफा कैसे कमाया जा सकता है, इसके लिए आज हम आपको काले गेहूं की खेती के बारे में बताने वाले हैं, जो पैदावार में भी अधिक होता है और जिसको बेचकर किसान ज्यादा मुनाफा भी कमा सकते हैं.
आपको बता दे कि आप एक एकड़ में लगभग 15 क्विंटल काले गेहूं को ऊगा सकते है और एक बीघा में लगभग आप 10 से 12 क्विंटल औसतन गेहूं की उपज कर सकते हैं. 1 एकड़ खेत के लिए आपको लगभग 50 किलो बीज की जरुरत पडती है. इसमें लगभग लागत 17 से 20 हज़ार तक होती है परंतु आप एक क्विंटल पर 7 से 8 हज़ार रूपए कमा सकते है.
भारत में कहां-कहां की जाती है काले गेहूं की खेती
आपको बता दे कि इस वक्त भारत में फिलहाल मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में काले गेहूं की खेती की जाती है. इस बारे में जानकारी देते हुए शाहजहांपुर के जिला मजिस्ट्रेट उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि इस बार क्षेत्र में लगभग 200 किसानों ने 250 एकड़ की जमीन में काले गेहूं के बीज लगाए हैं.
काले गेहूं से क्या होता है फायदा?
आपको बता दे कि काले गेहूं में फास्फोरस की मात्रा अधिक होती है, जो हमारे शरीर में मिनरल्स की कमी को दूर करता है. साथ ही इसमें पोटेशियम आयरन जैसे मिनरल्स भी होते हैं जो हमारे शरीर में खून की कमी को नहीं होने देते और शरीर में ऑक्सीजन का संतुलन बनाए रखते है.
साथ ही अब लोगों के बीच इसका प्रचलन बढ़ रहा है. इसकी औषधि गुणवत्ता को देखते हुए इसका इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक दवाई बनाने में भी किया जाता है. इसमें मैग्नीशियम भी होता है जो हमारे शरीर में मिनरल की कमी को दूर करता है और सोडियम हमारे शरीर में पानी को रोककर रखता है.
कैसे करें काले गेहूं की खेती
आपको बता दे कि कल गेहूं बैगनी और नीले रंग के गेहूं के संकरण से बना है. इसके काले रंग के लिए गेहूं के दोनों में प्रेजेंट एंथोसाइएनिन पिगमेंट जिम्मेदार होता है. काला गेहूं एक रबी फसल है, इसलिए इसको अक्टूबर- नवंबर के महीने में बोया जाता है.
साथ ही काला गेहूं को बोने के बाद इसमें समय-समय पर उर्वरक और रसायन पदार्थ भी डालने पड़ते हैं ताकि इसकी उपज और अधिक बढ़े साथ ही इसकी समय समय पर सिंचाई करनी पड़ती है. इसकी पहली सिंचाई बीज डालने के 21 दिन बाद की जाती है और उसके बाद नियमित रूप से इसकी सिंचाई करनी पड़ती है.