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मामूली सी दिखने वाली मधुमक्खियां के सामने बड़े बड़े इंजीनियर भी है फैल, छत्ते में हुए नुकसान को कुछ ही देर में कर देती है एकदम ठीक

इंसान के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए मधुमक्खियां का विशेष योगदान होता है। यह हमारी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होती है।
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मामूली सी दिखने वाली मधुमक्खियां के सामने बड़े बड़े इंजीनियर भी है फैल

इंसान के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए मधुमक्खियां का विशेष योगदान होता है। यह हमारी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होती है। इससे हमारे जीवन में काफी बदलाव आते हैं। जिसकी कल्पना शायद ही अपने की होगी मधुमक्खी खुद को जीवित रखने के लिए छत्ता बनती है और इस छाते में शहर भर के रखती है।

कई बार ऐसा भी होता है कि तेज तूफान या मौसम खराब हो जाता है, तो इसके कारण मधुमक्खी का छत्ता क्षतिग्रस्त हो जाता है टूट जाता है। लेकिन उसके बावजूद भी मधुमक्खियां दोबारा इसकी मरम्मत कर देती है।

सभी मधुमक्खियां एक जैसा बनती है छत्ता

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इसकी संरचना को समझने के लिए एक छत्ते को तोड़ा। उन्होंने पाया कि मधुमक्खियाँ एक साथ आईं और बहुत जल्दी एक नया छत्ता बना लिया। इसका वजन, ब्लॉक और तापमान सहित सब कुछ पिछले छत्ते जैसा ही था। शोधकर्ताओं ने ऐसा बार-बार किया, लेकिन उन्हें नए और पुराने छत्तों में कोई अंतर नहीं मिला। मधुमक्खियाँ फिर से बिल्कुल पुराने की तरह नया छत्ता तैयार करेंगी।

खुद छत्ता बनाती है मधुमक्खियां

शोधकर्ताओं ने टेट्रागोनुला प्रजाति की मधुमक्खी के छत्ते का उदाहरण देते हुए कहा कि उनका छत्ता एक 3डी तस्वीर जैसा दिखता है। ये मधुमक्खियाँ गणितीय ब्लूप्रिंट पैटर्न का पालन करके अपना छत्ता तैयार करती हैं, जिससे यह गोल और घुमावदार हो जाता है। इन मधुमक्खियों का छत्ता किसी मल्टीस्टोर कार पार्किंग की तरह होता है।