Agra Traffic Police: आगरा शहर में ट्रैफिक जाम लोगों के समय और पैसे की बर्बादी का प्रमुख कारण बन चुका है. जहां घंटों लोग जाम में फंसे रहते हैं वहीं वाहनों के फालतू में ईंधन की खपत भी होती है. सबसे गंभीर समस्या तब उत्पन्न होती है जब जरूरतमंद मरीजों को ले जा रही एंबुलेंस भी इस जाम में फंस जाती है जिससे कई बार मरीजों की मौत तक हो जाती है.
आगरा ट्रैफिक पुलिस की पहल
आगरा ट्रैफिक पुलिस ने एंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर (green corridor for ambulances) की व्यवस्था की है. इस व्यवस्था के तहत ट्रैफिक सिग्नलों और चौराहों पर एंबुलेंस के लिए विशेष रास्ता बनाया गया है ताकि वे बिना किसी रुकावट के अस्पताल पहुंच सकें. यह पहल एंबुलेंस को जल्दी से जल्दी मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में मदद करेगी.
ग्रीन कॉरिडोर की कार्यवाही
एंबुलेंस ड्राइवरों या अस्पतालों को अपनी यात्रा की जानकारी पहले से ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल रूम को देनी होगी. इसके लिए एक विशेष फोन नंबर (special phone number) जारी किया गया है. इस जानकारी के आधार पर, ट्रैफिक पुलिस चौराहों पर ट्रैफिक को मैनेज करेगी और एंबुलेंस के लिए रास्ता साफ करेगी.
जनता की भूमिका और अपील
ट्रैफिक पुलिस के अलावा जनता से भी अपील की गई है कि वे एंबुलेंस को खुद से रास्ता देने में मदद करें. एंबुलेंस के लिए रास्ता देना (give way to ambulances) न केवल कानूनी जिम्मेदारी है बल्कि यह मानवीय सहायता भी है. एक समय पर एक्शन लेने से किसी की जान बच सकती है.