सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक नई योजना का शुभारंभ किया है जिसे “वाच एंड गार्ड” नाम दिया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पौधों की देखभाल और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाना है। यह योजना राजस्थान के सभी जिलों में लागू की जाएगी और इससे ग्रामीणों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा।
पौधों की सुरक्षा और ग्रामीण रोजगार
वाच एंड गार्ड योजना के तहत पौधों की देखभाल के लिए ग्रामीणों को नियोजित किया जाएगा। इन ग्रामीणों को नरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के मापदंडों के अनुसार भुगतान किया जाएगा। इससे दो प्रमुख लाभ होंगे – पहला पौधों को समय पर खाद और पानी मिल सकेगा जिससे वे बड़े और स्वस्थ वृक्ष बन सकें। दूसरा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। जिससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
मानदेय से बढ़ेगा उत्साह
पर्यावरण प्रेमियों को इस योजना के तहत मानदेय दिया जाएगा। जिससे वे अधिक उत्साह और मेहनत से कार्य करेंगे। सरकार का मानना है कि इससे पौधों की देखभाल बेहतर तरीके से होगी और उनकी मृत्यु दर में कमी आएगी। इसके अलावा योजना के तहत लगभग सात से आठ हजार ग्रामीणों को रोजगार मिलने की संभावना है। यह संख्या आवश्यकता के अनुसार घट-बढ़ सकती है।
पौधों की समय पर देखभाल
राजस्थान में हर साल बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाते हैं। लेकिन उनकी समय पर देखभाल नहीं हो पाती है। खाद और पानी की कमी के कारण कई पौधे नष्ट हो जाते हैं। इस समस्या का समाधान वाच एंड गार्ड योजना के माध्यम से किया जाएगा। इस योजना के तहत पौधों की देखभाल के लिए श्रमिक नियुक्त किए जाएंगे। जिससे पौधों के बचने की संभावना बढ़ेगी।
भुगतान की शर्तें
वाच एंड गार्ड योजना के तहत नियुक्त श्रमिकों को नरेगा के अनुसार भुगतान किया जाएगा। नियमित कार्य और पौधों की सही तरीके से देखभाल करने पर श्रमिकों को प्रति माह पांच से छह हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। हालांकि यदि कार्य में लापरवाही बरती जाती है तो भुगतान कम भी हो सकता है। इससे श्रमिकों को अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार बनाए रखने में मदद मिलेगी।
एक श्रमिक पर 200 पौधे
योजना के तहत प्रत्येक 200 पौधों के लिए एक अकुशल श्रमिक नियुक्त किया जाएगा। ये पौधे सरकारी स्थानों, ग्राम पंचायतों, मुक्तिधाम, गोशाला एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे। योजना के तहत जिले में लगभग 350 जगहों पर अकुशल श्रमिकों को नियुक्त किया जाएगा। इसका उद्देश्य पौधों की सुरक्षा और देखभाल को सुनिश्चित करना है।
योजना का दीर्घकालिक प्रभाव
वाच एंड गार्ड योजना का दीर्घकालिक प्रभाव पर्यावरण और ग्रामीण विकास पर सकारात्मक होगा। पौधों की बेहतर देखभाल से वृक्षारोपण सफल होगा और पर्यावरण को लाभ मिलेगा। इसके अलावा ग्रामीणों को रोजगार मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।