PM Awas Yojana: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) जो कि ग्रामीण इलाकों में बेघर लोगों को पक्के घर मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू की गई थी. अब एक नए चरण में प्रवेश कर चुकी है. सरकार ने इस योजना के तहत नए सिरे से सर्वेक्षण करने के आदेश जारी किए हैं, ताकि उन लोगों तक यह सहायता पहुंच सके जो पिछले सर्वे में छूट गए थे या जिन्हें अभी तक योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
ग्राम पंचायतों में सक्रियता
जिले की 546 ग्राम पंचायतों में यह सर्वेक्षण कार्य शुरू किया गया है. इसके लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं, जो घर-घर जाकर पात्रता का मूल्यांकन करेंगी. इस बड़े पैमाने पर आयोजित किए जा रहे सर्वे से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना के लाभ से वंचित न रह जाए.
पात्रता मानदंडों में बदलाव
इस बार योजना के पात्रता मानदंडों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. अब जिन परिवारों के पास मोटर युक्त दोपहिया वाहन हैं. वे भी योजना के लिए पात्र हो सकते हैं, बशर्ते वे अन्य किसी भी अपात्रता श्रेणी में नहीं आते हों. इसके अलावा अगर किसी परिवार का कोई सदस्य प्रति माह 15,000 रुपये से अधिक कमाता है, तो वह परिवार इस योजना के लिए अपात्र माना जाएगा.
नवीनीकृत पात्रता सूची और लाभार्थी चयन
इस नए सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि वर्ष 2024-25 से 2028-29 के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत लाभार्थियों की एक नवीनीकृत सूची तैयार की जा सके. इस सूची में वे सभी पात्र व्यक्ति शामिल किए जाएंगे जो पिछले सर्वे में शामिल तो थे लेकिन उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पाया था.
पात्र और अपात्र व्यक्तियों की पहचान
योजना के तहत विभिन्न श्रेणियों के तहत लाभार्थियों की पहचान की जाएगी. इसमें आश्रय विहीन परिवार, बेसहारा लोग, हाथ से मैला ढोने वाले, जनजातीय समूह और वैधानिक रूप से मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूर शामिल हैं. वहीं कुछ श्रेणियाँ जैसे कि मोटर युक्त वाहन धारक, कृषि उपकरण धारक, ज्यादा आय वर्ग और आयकर दाता इस योजना के लिए अपात्र होंगे.