Today Onion Price: राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की सप्लाई में कमी के चलते इसकी औसत कीमतें 58 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनी हुई हैं. यह विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि सितंबर के महीने में प्याज की कीमतों में वृद्धि का रुझान जारी है. सरकारी आंकड़ों (government data) के अनुसार इसकी अधिकतम कीमत 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है. जबकि न्यूनतम कीमत 27 रुपए प्रति किलो है.
दिल्ली की तुलना में राष्ट्रीय औसत
पूरे देश की बात करें तो प्याज की औसत कीमतों में केवल 1.5% की मामूली बढ़ोतरी (minor price increase) देखी गई है. इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण विभिन्न क्षेत्रों में प्याज की आपूर्ति में आई कमी है. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में प्याज की खुदरा बिक्री (retail sales of onion) को 35 रुपए प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर शुरू की है, जो उपभोक्ताओं के लिए काफी राहत की बात है.
क्या हैं सरकारी पहलें और उनका असर?
सरकार ने नैफेड (NAFED) और एनसीसीएफ (NCCF) के माध्यम से प्याज की बिक्री को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं. ये एजेंसियां मोबाइल वैन और केंद्रों के जरिये खुदरा बिक्री कर रही हैं. जिससे उपभोक्ताओं को प्याज की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित होती है.
दिल्ली में कीमतों का विश्लेषण
दिल्ली में प्याज की कीमतों में हाल ही में 3 रुपए की बढ़ोतरी हुई है. जिससे अगस्त के अंत में 55 रुपए से बढ़कर यह 58 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है. यह वृद्धि खासकर उस समय महत्वपूर्ण होती है जब सरकारी अधिकारियों ने भविष्य के लिए सकारात्मक पूर्वानुमान (positive forecast) दिया है कि आने वाले महीनों में प्याज की उपलब्धता और कीमतों में सुधार हो सकता है.
उपभोक्ता और बाजार की भूमिका
खरीफ सत्र में प्याज की बुवाई का रकबा बढ़ने के साथ ही उपभोक्ताओं को भी इसके दामों में कमी की उम्मीद करनी चाहिए. सरकारी आंकड़े और खरीफ सत्र के दौरान प्याज की उपलब्धता (availability during Kharif season) के आंकड़ों के अनुसार बाजार में प्याज का भंडार अभी भी पर्याप्त है और इससे कीमतों पर नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी.