Kisan Karj Mafi Yojana: 3 अक्टूबर 2024 को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी जिसमें मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा (worship of Goddess Shailputri) की जाएगी. इस शुभ अवसर पर झारखंड के किसानों के लिए भी खुशखबरी है. राज्य सरकार ने 1.76 लाख से अधिक किसानों का 400 करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ (agricultural loan forgiveness) किया है. यह घोषणा राजधानी रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में की गई. जहां कृषि एवं पशुपालन विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में इस योजना का अनावरण किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह कदम किसानों की आर्थिक मजबूती को सुनिश्चित करेगा.
कृषि ऋण माफी योजना
इस कार्यक्रम के तहत झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले एक महत्वपूर्ण निर्णय के रूप में, राज्य के किसानों को विशेष राहत (special relief) प्रदान की गई है. 1 लाख 76 हजार 977 किसानों का कृषि ऋण माफ किया गया है. जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा. इस योजना के तहत कुल 400 करोड़ 66 लाख रुपए की ऋण राशि का हस्तांतरण (loan transfer) डीबीटी के जरिए किया गया. जिससे किसानों को सीधे लाभ मिल सके.
किसानों के लिए बड़ी राहत और सम्मान
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह ऋण माफी केवल एक वित्तीय सहायता नहीं. बल्कि किसानों के सम्मान का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि मौसम की मार से प्रभावित किसानों की मदद करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है. इस योजना के तहत 38 लाख पंजीकृत किसानों में से 2 लाख तक के कृषि ऋण को माफ किया गया है, जिससे उन्हें कर्ज के बोझ से मुक्ति मिली है.
झारखंड की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान
हेमंत सोरेन ने बताया कि झारखंड की 80% आबादी गांव-देहात में रहती है और खेती-बाड़ी पर निर्भर है. उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के किसानों के पास आर्थिक संसाधन सीमित हैं. इसलिए उन्होंने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं. इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी प्रगति होगी.