HSSC CET 2024: हरियाणा में बेरोजगार युवकों के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) एक बड़ा मुद्दा बन चुकी है। हरियाणा सरकार ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की सरकारी नौकरियों के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया था, लेकिन लगातार हो रहे देरी और नियमों में संशोधन के कारण लाखों युवा असमंजस में हैं। 10 लाख से अधिक बेरोजगार युवाओं ने इस परीक्षा के लिए तैयारी की है और वे इसकी घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
CET परीक्षा
सामान्य पात्रता परीक्षा (CET) हरियाणा में सरकारी नौकरी पाने की दिशा में युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परीक्षा के माध्यम से तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए आवेदन करने का मौका मिलता है। इस परीक्षा के लिए हर साल लाखों युवा आवेदन करते हैं, और उनका उद्देश्य राज्य सरकार में स्थिर नौकरी प्राप्त करना है।
रजिस्ट्रेशन में देरी
अब तक, तीन लाख से अधिक युवा ऐसे हैं जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में अपनी शैक्षिक योग्यता पूरी कर ली है, लेकिन उन्हें CET के लिए रजिस्ट्रेशन का इंतजार है। सरकार के हर साल सीईटी आयोजित करने के लक्ष्य के विपरीत, पिछले तीन वर्षों में सिर्फ एक बार इस परीक्षा का आयोजन किया गया है, जिससे युवाओं में निराशा और गुस्सा बढ़ा है।
युवाओं का कहना है कि उनके सामने कई समस्याएं आ रही हैं जैसे कि समय की बर्बादी, कम अंक आने पर पुनः परीक्षा का मौका न मिलना, और सबसे बड़ी समस्या सीईटी के लिए रजिस्ट्रेशन में देरी का मुद्दा।
दिसंबर के अंत तक CET की घोषणा
हालांकि, अब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह घोषणा की है कि सीईटी परीक्षा दिसंबर के अंत तक आयोजित की जाएगी। यह युवाओं के लिए राहत की खबर है, लेकिन अभी भी परीक्षा के नियमों में संशोधन होने के कारण रजिस्ट्रेशन शुरू नहीं हो पा रहा है।
मुख्यमंत्री के अनुसार, नियमों में बदलाव को लेकर एचएसएससी अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक नियमों में संशोधन का प्रस्ताव तैयार नहीं हो पाया है। एक बार नियमों में बदलाव होने के बाद ही रजिस्ट्रेशन शुरू होगा।
शार्टलिस्टिंग और युवाओं को मिलने वाला मौका
इस बार, हरियाणा सरकार की योजना यह है कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नौकरियों का अवसर मिले। इसलिए शार्टलिस्ट किए जाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या को 10 गुणा तक बढ़ाने का प्रस्ताव है, ताकि ज्यादा युवाओं को मुख्य परीक्षा के लिए मौका मिले। इसके अलावा, एक अन्य प्रस्ताव यह है कि सभी सीईटी पास युवाओं को मुख्य परीक्षा का अवसर दिया जा सकता है।
सीईटी परीक्षा की प्रक्रिया में बदलाव
किसी भी परीक्षा का आयोजन करने से पहले सरकार को यह सुनिश्चित करना होता है कि उसका संचालन पारदर्शी और सटीक तरीके से हो। हरियाणा सरकार अब इस प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए नियमों में संशोधन पर विचार कर रही है, ताकि आने वाली सीईटी परीक्षा में अधिक उम्मीदवारों को अवसर मिल सके।