Haryana Ka Mausam: हरियाणा में इस साल मानसून का असर अलग-अलग रहा है. सितंबर महीने में भले ही मानसून ने खूब पानी बरसाया हो. लेकिन अब जबकि सितंबर का महीना खत्म होने को है. मौसम विभाग (weather department) का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश की संभावनाएं कम हैं. दिन के समय में तापमान में हल्की वृद्धि देखी गई है, जिससे उमस भी बढ़ी है.
हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में मौसम का हाल
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार अक्टूबर की शुरुआत तक मौसम में बदलाव आ सकता है. इस दौरान मौसम सामान्यतः खुश्क (dry weather) रहेगा लेकिन बीच-बीच में आंशिक बादल छाने की संभावना है. नमी में कमी आने की वजह से वातावरण में सूखापन बढ़ सकता है.
प्रदेश के जिलों में विविधतापूर्ण बारिश का प्रभाव
प्रदेश के कई जिलों में इस मानसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है. खासकर, जून के अंत से मानसून सक्रिय होने के बाद जुलाई में बारिश की कमी ने चिंता बढ़ाई थी. परंतु अगस्त और सितंबर में बारिश ने काफी राहत प्रदान की. अंबाला में तो मानसून सीजन के दौरान बारिश ने गर्मी से काफी राहत दी है, जहां पर सामान्य बारिश (average rainfall) से 22 फीसदी कम बारिश हुई.
प्रदेश में बारिश के असर से जलभराव की समस्या
मेघों के खूब बरसने की वजह से शहरवासियों को कई बार जलभराव (waterlogging) का सामना करना पड़ा. गुरुग्राम, झज्जर, चरखी-दादरी और नूंह जैसे जिलों में तो बारिश ने जल स्तर को बढ़ाने में मदद की है. कई जिलों में तो इस साल जलभराव की घटनाएं भी काफी कम हुई हैं.
अगले दिनों में मौसम की संभावनाएं
अगले कुछ दिनों में हरियाणा के मौसम में कुछ खास बदलाव नहीं अपेक्षित हैं. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अक्टूबर के मध्य तक मौसम सुखद और साफ रहने की उम्मीद है. इस दौरान हवा की गति (wind speed) और दिशा में बदलाव के साथ दिन और रात के तापमान में थोड़ी बहुत वृद्धि हो सकती है, जो कि आगामी त्योहारों के लिए मौसम को अनुकूल बना सकती है.