Biggest Railway Station: 18वीं शताब्दी में राजपूताना (Rajputana name origin) के नाम से प्रसिद्ध राजस्थान अपनी विविध सांस्कृतिक धरोहर और राजपूत वीरता के लिए जाना जाता है. इस क्षेत्र को बाद में राजस्थान का नाम दिया गया. जिसका अर्थ है ‘राजाओं की भूमि’.
जयपुर जंक्शन का ऐतिहासिक महत्व
जयपुर जंक्शन (Jaipur Junction railway station) राजस्थान के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है. जिसकी स्थापना 1875 में की गई थी. यह स्टेशन जयपुर शहर के केंद्र में स्थित है और यहां से रोजाना लगभग 35,000 यात्री आवागमन करते हैं.
जयपुर जंक्शन की व्यस्तता और सुविधाएं
जयपुर जंक्शन न केवल राजस्थान का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है. बल्कि यह जयपुर मेट्रो (Jaipur Metro proximity) के निकट स्थित है, जो यात्रियों को शहर के अन्य हिस्सों तक जल्दी और सुगमता से पहुँचने की सुविधा प्रदान करता है. स्टेशन पर फुट ब्रिज, पार्किंग एरिया और लिफ्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं.
महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय का योगदान
महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय (foundation by Maharaja Sawai Man Singh II) ने इस रेलवे स्टेशन की नींव 4 मई 1956 को रखी थी. उनके इस योगदान ने जयपुर शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
स्टेशन निर्माण का तीन साल का सफर
जयपुर जंक्शन के निर्माण में तीन साल का समय लगा था. जिसमें कई तकनीकी और आर्थिक चुनौतियों का सामना किया गया. इस दौरान कई इंजीनियरों और मजदूरों ने अपनी सेवाएं दीं, जिससे यह ऐतिहासिक ढांचा तैयार हो सका.
सफर को आसान बनाने वाली सुविधाएं
यात्रियों के आरामदायक और सुगम यात्रा के लिए जयपुर जंक्शन पर विभिन्न सुविधाएं (station facilities) मुहैया कराई गई हैं. इनमें फुट ब्रिज, पार्किंग स्थल, लिफ्ट, और वेटिंग एरिया शामिल हैं, जो यात्रियों के सफर को आसान और सुखद बनाते हैं.