AADHAAR CARD: आधार कार्ड भारत सरकार के द्वारा यूपीए सरकार के समय में शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहचान प्रणाली है. इसकी शुरुआत इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकनी के नेतृत्व में की गई थी. आधार ने भारतीय नागरिकों को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करते हुए विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों को प्राप्त करने में आसानी बढ़ाई है.
UIDAI का परिचय और इसकी स्थापना
UIDAI जिसका पूरा नाम भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण है. आधार योजना को कार्यान्वित करने वाली भारत की एक सरकारी एजेंसी है. इसकी स्थापना 2016 में की गई और इसके डेटा सेंटर मुख्य रूप से हेब्बल (बेंगलुरु) और मानेसर (गुरुग्राम) में स्थित हैं.
आधार कार्ड की विकास यात्रा
आधार कार्ड की विकास यात्रा 2006 से शुरू हुई. जब इसे गरीब परिवारों के लिए एक विशिष्ट पहचान प्रदान करने के उद्देश्य से लाया गया था. 2009 में UIDAI की स्थापना के साथ, आधार ने भारतीय नागरिकों को एक व्यापक पहचान संख्या प्रदान की.
आधार के चुनौतियां और कानूनी लड़ाइयाँ
आधार ने अपनी स्थापना के बाद से कई चुनौतियों का सामना किया है. जिसमें विपक्षी दलों के हमले और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं शामिल हैं. 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने आधार की संरचना को और अधिक मजबूती प्रदान की और इसके दायरे को विस्तारित किया.
आधार की गोपनीयता और सुरक्षा उपाय
आधार के संबंध में गोपनीयता और डेटा सुरक्षा हमेशा से एक विचारणीय मुद्दा रहा है. इसे देखते हुए सरकार ने कई उपाय किए हैं ताकि नागरिकों की जानकारी सुरक्षित रहे और उनकी गोपनीयता का हनन न हो.
आधार का भविष्य और इसके आगे के उपयोग
आधार का उपयोग भारत में लगातार बढ़ रहा है और यह विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान साधन बन गया है. आधार ने भारतीयों को आसानी से और कुशलता से सरकारी सेवाओं तक पहुँच प्रदान की है और आगे भी इसके और विस्तार की संभावनाएं बनी हुई हैं.