यूपी के इस नए एक्सप्रेसवे से 22 जिलों की होगी मौज, जाने वजह

By Uggersain Sharma

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22 districts will enjoy this new expressway of UP

UP New Expressway: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का जाल लगातार बन रहा है. जिससे राज्य की यातायात क्षमता में नाटकीय सुधार हो रहा है. पहले से मौजूद एक्सप्रेसवे के साथ नए एक्सप्रेसवे (expressway projects) का निर्माण और उनका एकीकरण राज्य की आर्थिक विकास दर को तेजी से बढ़ा रहा है.

बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सरकारी प्रयास (Government Efforts for Enhanced Connectivity)

उत्तर प्रदेश सरकार सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है. पिछले कुछ वर्षों में, सरकार ने 15 एक्सप्रेसवे शुरू किए हैं जो राज्य के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ रहे हैं और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं.

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway)

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी भागों को जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है. इस परियोजना की लागत 35,000 करोड़ रुपये अनुमानित है. जिसे राज्य और केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है. इस एक्सप्रेसवे के बनने से स्थानीय व्यापार और पर्यटन को नई गति मिलेगी.

आवागमन की सुविधा और जिलों का संपर्क (Facilitation of Commute and District Connectivity)

इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश के छह से अधिक एक्सप्रेसवे से जुड़ने वाले छोटे जिले भी महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ उठा सकेंगे. लिंक एक्सप्रेसवे (link expressways) और संपर्क ईवे के जरिये ये छोटे जिले बड़े शहरों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ रहे हैं.

एक्सप्रेसवे की लंबाई और उसके लाभ (Length of the Expressway and Its Benefits)

700 किमी लंबा यह एक्सप्रेसवे लोगों को न केवल सुविधा प्रदान करेगा बल्कि समय की भी बचत करेगा. शामली से गोरखपुर पहुंचने में जहां पहले 15 घंटे लगते थे. वहीं अब यह समय लगभग आधा हो जाएगा.

कनेक्टिविटी और इसके व्यापक प्रभाव (Connectivity and Its Wider Impact)

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी गंगा एक्सप्रेसवे से होगी. जिससे न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के निवासियों को भी बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी. यह कनेक्टिविटी इन क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास को तेजी से बढ़ावा देगी.

ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के रूप में विकास (Development as a Greenfield Corridor)

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को एक ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है. जहां दोनों ओर हजारों पेड़ और झाड़ियां लगाई जाएंगी. यह पर्यावरण के अनुकूल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थानीय जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाएगा.

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.