यदि आप खेती से मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको परंपरागत खेती के तरीकों को छोड़कर नई और अधिक फायदेमंद कृषि प्रणालियों की ओर रुख करना होगा। समेकित कृषि प्रणाली एक ऐसी ही तकनीक है जिसे अपनाकर किसान न केवल अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं बल्कि अपनी आर्थिक स्थिति में भी सुधार ला सकते हैं।
बांका जिले के सुदीप गुप्ता की कृषि क्रांति
बांका जिला के करोरिया प्रखंड स्थित बेलोनी रोड गांव के निवासी सुदीप गुप्ता ने समेकित कृषि प्रणाली को अपनाकर न केवल अपने खेती के तरीके को बदला है बल्कि वह इससे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं। सुदीप ने धान की खेती के साथ-साथ मछली पालन, मशरूम उत्पादन और आम की बागवानी की शुरुआत की है। उन्होंने गाय, बकरी, मुर्गी और मधुमक्खी पालन के साथ ही सब्जी और फलों की खेती भी शुरू की है। इस प्रक्रिया में वे जैविक खाद का उत्पादन भी खुद कर रहे हैं।
18 एकड़ जमीन पर अलग अलग तरह की खेती
सुदीप कुमार गुप्ता ने अपने पिता की पारंपरिक खेती की तकनीकों को छोड़कर 18 एकड़ जमीन पर समेकित कृषि की ओर कदम बढ़ाया। इस खेती में उन्होंने विभिन्न प्रकार के पशुपालन के साथ-साथ फसल चक्र को भी शामिल किया है। इसके अलावा, उन्होंने मछली पालन के लिए एक बड़ा तालाब भी तैयार किया है जहाँ विभिन्न प्रकार की मछलियाँ पाली जाती हैं।
आर्थिक स्थिरता की ओर
सुदीप कुमार गुप्ता ने अपनी मेहनत और नए तरीकों से सालाना 18 लाख से अधिक की आय ली है। उनकी कृषि विधियाँ और पशुपालन की गतिविधियाँ उन्हें न केवल आर्थिक रूप से समृद्ध बना रही हैं बल्कि उनके खेती के तरीके भी पर्यावरण के अनुकूल हैं। उनके खेती की तकनीकें अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन रही हैं।