Mughal Emperor: सन् 1628 में गद्दी संभालने वाले शाहजहां ने मुगल साम्राज्य की सांस्कृतिक धारा में महत्वपूर्ण बदलाव किए। अपने पूर्वजों से विलक्षण उन्होंने गीत-संगीत और नृत्य (Music and Dance) में गहरी रुचि दिखाई। निकोलाओ मनूची जैसे इतिहासकारों ने उनकी इस रुचि को विस्तार से दर्ज किया है।
शाहजहां की जीवनशैली और खान-पान (Lifestyle and Diet)
शाहजहां ने जीवन में संयम बरतते हुए 24 वर्ष की आयु में पहली बार शराब का सेवन किया। उनका यह आत्म-नियंत्रण (Self-Control) उन्हें अन्य मुगल बादशाहों से अलग करता था। शाहजहां का भोजन सेहत और स्वाद के अनुसार तैयार किया जाता था। जिसमें चांदी के वर्क वाले चावल (Silver-leafed Rice) शामिल थे।
सुरक्षा और अंतरंगता (Security and Privacy)
शाहजहां की सुरक्षा में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी गई थी। उनकी खास प्लेट जो जहरीला भोजन पहचान सकती थी (Poison Detection Plate) उनके जीवन के खतरों को दर्शाती है। यह प्लेट आज भी आगरा के म्यूजियम में सुरक्षित है।
विरासत और साम्राज्य का पतन (Legacy and Decline)
अपने जीवन के अंतिम वर्षों में शाहजहां को उनके बेटे औरंगजेब ने कैद कर लिया था। इस घटना ने मुगल साम्राज्य के अंदरूनी कलह और पतन की ओर इशारा किया। शाहजहां का जीवन आगरा के किले में समाप्त हुआ। जहाँ उन्होंने अपने अंतिम दिनों में केवल छोले खाए थे।