Nelore Breed: भारत में गाय को माता के समान पूजा जाता है और इसकी देखभाल बड़ी सावधानी से की जाती है. लेकिन शायद ही किसी को पता हो कि दुनिया की सबसे कीमती गाय भी भारतीय मूल की है. यह गाय आज के समय में भारत में नहीं बल्कि ब्राजील में पाई जाती है और इसकी कीमत सुनकर तो आप वाकई में हैरान रह जाएंगे.
नेलोर नस्ल की गाय का भारतीय संबंध (Nelore Breed Indian Origin)
नेलोर नस्ल की यह गाय जिसका नाम Viátina-19 FIV Mara Imoveis है। नेलोर नस्ल ने ब्राजील में एक नीलामी में 4.3 मिलियन डॉलर की विशाल राशि में बिकने का रिकॉर्ड बनाया है जो भारतीय रुपयों में लगभग 35 करोड़ रुपये होती है. इस गाय की उम्र मात्र साढ़े चार साल है.
नेलोर गाय की विशेषताएं (Characteristics of Nelore Cow)
नेल्लोर नस्ल मूल रूप से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले से आती है. यह नस्ल ब्राजील भेजी गई थी जहाँ से यह पूरी दुनिया में फैल गई. आज यह दुनिया की सबसे महंगी गाय बन गई है और इसका सीधा संबंध भारत से है. दुनिया भर में इस नस्ल की लगभग 16 करोड़ गायें हैं.
अनुकूलनीयता और प्रतिरोधक क्षमता (Adaptability and Resistance)
नेल्लोर नस्ल की गायें बेहद अनुकूलनीय होती हैं और कहीं भी आसानी से ढल जाती हैं. इनकी सबसे बड़ी खासियत है कि वे तेज धूप में भी सहज महसूस करती हैं. इनके सफेद फर धूप को परावर्तित करके उन्हें गर्मी से बचाते हैं. इनकी मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता और कठोर त्वचा की वजह से कीड़े-मकोड़े इन्हें आसानी से परेशान नहीं कर पाते.
भारतीय मूल की गाय का वैश्विक प्रभाव (Global Impact of Indian-Origin Cow)
यह गाय न सिर्फ भारतीय मूल की है बल्कि अपनी विशेषताओं के कारण वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण पहचान बना चुकी है. इसकी उच्च कीमत न केवल इसके दुर्लभ होने की गवाही देती है बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे भारतीय नस्लें विश्व स्तर पर अपना डंका बजा रही हैं.
नेलोर गाय का विशेष स्थान और महत्व (Special Status and Importance of Nelore Cow)
नेलोर गाय की यह खासियत कि यह भारतीय मूल की होकर भी विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ में गिनी जाती है उसे और भी अनूठा बनाती है. यह गाय न केवल भारत बल्कि ब्राजील और अन्य देशों में भी कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार खोलती है.