बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में मोतिहारी के पताही प्रखंड के सरैया गोपाल पंचायत में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। जहां एक दैनिक मजदूर संदीप कुमार राउत को बिजली विभाग ने 32 लाख 11 हजार 530 रुपये का गगनचुम्बी बिजली बिल भेज दिया। यह घटना न केवल संदीप के लिए। बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी एक बड़े आश्चर्य का विषय बनी हुई है। आइए जानते हैं कि कैसे एक साधारण घर में, जहां केवल कुछ बल्ब और पंखे हैं। वहां इतना उच्च बिजली बिल आ सकता है।
बिजली बिल का आधार और विवाद
बिजली विभाग द्वारा बिल भेजने के पीछे की कहानी और भी विचित्र है। बिजली कनेक्शन संदीप के दिवंगत चाचा के नाम पर था और संदीप ने कई बार इसे अपने नाम पर करवाने की कोशिश की, परंतु बिजली विभाग ने अब तक इसे नहीं बदला। संदीप के घर में पहले एक साधारण मीटर लगा था जिसका मासिक बिल करीब 210 रुपये आता था। लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिल में असामान्य वृद्धि देखी गई है। इस अजीब वृद्धि के पीछे के कारणों की जांच अब भी जारी है।
मजदूरी और महाबिल का मुद्दा
संदीप एक दिन में मुश्किल से 300 से 400 रुपये कमा पाते हैं। जिससे उनका गुजारा चलता है। ऐसे में 32 लाख रुपये का बिजली बिल उनके लिए एक अव्यवहारिक और असंभव राशि है। जब संदीप ने इस बिल के बारे में बिजली विभाग से संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि उनके मीटर से पिछले दो महीने में 9 लाख 65 हजार 195 यूनिट बिजली की खपत हुई है। यह जानकारी संदीप के लिए और भी चौंकाने वाली थी क्योंकि उनके घर में बिजली की इतनी खपत होना संभव नहीं है।
विभागीय प्रतिक्रिया और संदीप की चुनौतियाँ
बिजली विभाग ने संदीप की शिकायतों पर गौर करते हुए जांच शुरू कर दी है। लेकिन संदीप को अब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। संदीप का बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया है। जिससे उनके दैनिक जीवन पर और भी ज्यादा असर पड़ रहा है। उन्हें अब बिजली विभाग के दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जिससे उनकी मजदूरी पर भी असर पड़ रहा है।