भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 जो कि सबसे लंबा हाईवे माना जाता है. दक्षिण से उत्तर भारत तक की यात्रा को सुगम बनाता है. परंतु जब बात आती है विश्व के सबसे लंबे हाईवे की तो पैन-अमेरिकन हाईवे इस सूची में सबसे ऊपर है. यह हाईवे न केवल विशाल है. बल्कि इसकी यात्रा भी कई रोमांचक और चुनौतीपूर्ण तजुर्बे प्रदान करती है.
पैन-अमेरिकन हाईवे का परिचय
दुनिया का सबसे लंबा हाईवे पैन-अमेरिकन हाईवे उत्तरी अमेरिका के अलास्का से शुरू होकर दक्षिण अमेरिका के अर्जेंटीना तक फैला हुआ है. इसकी कुल लंबाई लगभग 30,000 मील (लगभग 48,000 किलोमीटर) है. जिसके कारण यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है. इस हाईवे का निर्माण 1923 में शुरू हुआ था और यह विभिन्न जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों को जोड़ता है.
हाईवे के मार्ग से गुजरने वाले देश
पैन-अमेरिकन हाईवे यूएस, कनाडा, मैक्सिको, ग्वाटेमाला, अल सल्वाडोर, होंडुरास, निकारागुआ, कोस्टा रिका, पनामा, कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू, चिली, बोलिविया और अर्जेंटीना जैसे 14 देशों से होकर गुजरता है. यह हाईवे विभिन्न सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधताओं का आनंद उठाने का अवसर प्रदान करता है.
हाईवे की यात्रा की चुनौतियाँ
पैन-अमेरिकन हाईवे की यात्रा करना आसान नहीं है. इसके मार्ग में घने जंगल, बर्फीले पहाड़ और विशाल रेगिस्तानी क्षेत्र शामिल हैं. इस हाईवे को पूरा करने में महीनों लग सकते हैं और यदि यात्री रोजाना 500 किमी का सफर तय करते हैं. तब भी इसे पूरा करने में कम से कम 60 दिन लगेंगे.
अधूरे हिस्से और सुरक्षा मुद्दे
पैन-अमेरिकन हाईवे का एक हिस्सा जिसे डारियन गैप कहा जाता है, अब तक पूरा नहीं किया गया है. यह हिस्सा पनामा और कोलंबिया के बीच है और इसे खतरनाक माना जाता है क्योंकि यहां सड़क निर्माण में बड़ी चुनौतियाँ हैं. इस कारण यहाँ सुरक्षा के उपाय बहुत महत्वपूर्ण हो जाते हैं.