आज के डिजिटल युग में जहां इंसानियत के हर कार्य की परख सोशल मीडिया के माध्यम से की जाती है वहीं अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या वाकई में लोग दूसरों की मदद के लिए आगे आते हैं या फिर इसके पीछे कोई छिपा उद्देश्य होता है। आम धारणा यह है कि आजकल के लोग केवल सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज पाने के लिए ही इंसानियत का प्रदर्शन करते हैं।
वायरल वीडियो
इसी संदर्भ में, ट्विटर पर @Gulzar_sahab द्वारा साझा किया गया एक वीडियो बहस का केंद्र बना हुआ है। वीडियो में एक लड़की रिक्शा ट्रॉली चला रहे एक व्यक्ति की मदद करती नजर आ रही है। गर्मी के मौसम में जब रिक्शावाला पुल पर रिक्शा चढ़ाने में जूझ रहा था तब इस लड़की ने न केवल रिक्शे को धक्का दिया बल्कि उसे पानी और खाना भी दिया।
लोगों की प्रतिक्रिया और आलोचना
इस घटना की रिकॉर्डिंग की गई और वीडियो को वायरल किया गया जिसके बाद लड़की को सहानुभूति के बजाय आलोचना का सामना करना पड़ा। लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर दिखावा करने की कोशिश के रूप में देखा और कहा कि लड़की का असली मकसद सिर्फ वायरल होना था। इस तरह की प्रतिक्रियाएं दर्शाती हैं कि लोग किसी भी अच्छे कार्य के पीछे भी संदेह की नजर से देखते हैं।
विचारों का आदान-प्रदान
इस विवाद के बीच कई लोगों ने लड़की के कार्य की सराहना भी की है। कुछ ने यह भी कहा कि अगर यह सब कुछ वीडियो के लिए किया गया था तो भी यह बेहतर है क्योंकि इससे कम से कम किसी की मदद तो हो रही है और लोगों को अच्छाई की सीख भी मिल रही है।
यह है असली पापा की परी।👏❤️ pic.twitter.com/Yxy7L5kuFL
— ज़िन्दगी गुलज़ार है ! (@Gulzar_sahab) May 31, 2024