भारत भर में बढ़ते तापमान ने जन-जीवन को कई तरह से प्रभावित किया है। जहाँ एक ओर पंखे और कूलर भी अब पर्याप्त ठंडक नहीं दे पा रहे वहीं एयर कंडीशनर्स भी लगातार उपयोग में असफल होते जा रहे हैं।
तापमान में बढ़ोतरी और एसी की समस्याएं
इस वर्ष गर्मी ने अपने चरम स्तर को छू लिया है, जिससे न केवल जन-जीवन पर बल्कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। एयर कंडीशनर्स जैसे कि स्प्लिट और विंडो यूनिट्स भी इस बढ़ती हुई गर्मी के कारण ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं। जैसा कि दिल्ली के लोकल एसी टेक्नीशियन सलीम ने बताया तापमान के 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाने पर एयर कंडीशनर को ठंडक प्रदान करने में अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है जिससे यह अक्सर ओवरहीट हो जाता है।
एसी का सही उपयोग और सावधानियाँ
गर्मी से जूझते हुए एसी को सही तरीके से चलाना बेहद जरूरी है। टेक्नीशियन सलीम का कहना है कि एसी को निरंतर चलाने की बजाय इसे 7 से 9 मिनट के लिए बंद कर देना चाहिए। इससे न सिर्फ ऊर्जा की बचत होती है बल्कि ओवरहीटिंग से आग लगने का खतरा भी कम होता है।
एसी के बाहरी यूनिट की सुरक्षा
एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर आपके स्प्लिट एसी की आउटडोर यूनिट सीधी धूप में आ रही है तो इस पर शेड लगाना बहुत जरूरी है। इससे कंप्रेसर पर गर्मी का प्रभाव कम होता है और यह अधिक कुशलता से काम कर सकता है।