टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने ‘रिव्यू ऑफ टेलीकॉम कंज्यूमर प्रोटेक्शन रेगुलेशन (TCPR) 2012’ के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। इस दस्तावेज के माध्यम से TRAI ने उपभोक्ताओं और अन्य स्टेकहोल्डर्स से महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाएं मांगी हैं। जिससे वर्तमान टेलीकॉम नीतियों में सुधार और उपभोक्ता हितों की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्टेकहोल्डर्स की प्रतिक्रियाएं और उनकी महत्वता
टेलीकॉम सेक्टर में उपभोक्ता संरक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए TRAI ने वॉयस और SMS पैक को वापस लाने पर स्टेकहोल्डर्स के विचार मांगे हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि उपभोक्ताओं को उनकी आवश्यकता अनुसार सेवाएं प्रदान की जाएं और उन्हें अनावश्यक सेवाओं के लिए भुगतान से मुक्ति मिले।
वॉयस और SMS प्लान्स की वापसी पर चर्चा
टेलीकॉम उद्योग में वर्तमान में ज्यादातर योजनाएं डेटा पर केंद्रित हैं। जिससे उन उपभोक्ताओं को परेशानी होती है जिन्हें केवल कॉलिंग या SMS सेवाओं की आवश्यकता होती है। TRAI ने इस परिदृश्य में बदलाव लाने की दिशा में कदम उठाया है और स्टेकहोल्डर्स से इस विषय पर विचार-विमर्श करने को कहा है।
कलर कोडिंग का प्रस्ताव और इसके फायदे
TRAI ने यह भी सुझाव दिया है कि विभिन्न प्रकार के टेलीकॉम प्लान्स को अलग-अलग कलर कोडिंग से दर्शाया जाए। जिससे उपभोक्ताओं के लिए यह समझना आसान हो जाए कि कौन सा प्लान किस प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है। इससे पहले कंपनियां विभिन्न रंगों में प्लान्स जारी करती थीं। जैसे टॉप-अप के लिए हरा और कॉम्बो पैक के लिए नीला इस्तेमाल होता था।
स्टेकहोल्डर्स से फीडबैक की प्रक्रिया
TRAI ने 16 अगस्त 2024 तक सभी संबंधित पक्षों से इस कंसल्टेशन पेपर पर लिखित प्रतिक्रियाएं मांगी हैं। इसके बाद, 23 अगस्त 2024 तक कोई भी काउंटर रिस्पांस दर्ज कराया जा सकता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से TRAI यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सभी राय और सुझावों को विचार में लिया जाए। ताकि उपभोक्ता हितों की सर्वोत्तम सेवा की जा सके।