iPhone Manufacturing Plant in India: iPhone जो दुनिया का सबसे पसंदीदा स्मार्टफोन माना जाता है. अब रतन टाटा के नेतृत्व में भारत में बनेगा. अमेरिकी कंपनी Apple ने भारत में अपने चौथे iPhone असेंबली यूनिट की स्थापना की तैयारी कर ली है. टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जो पहले से ही तमिलनाडु के होसूर में कंपोनेंट्स बनाने का कारखाना चलाता है. अब iPhone के प्रोडक्शन में भी अपना योगदान देगा. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर महीने से इस फैक्ट्री में उत्पादन शुरू हो जाएगा.
तमिलनाडु में 250 एकड़ में फैक्ट्री (Factory in 250 Acres in Tamil Nadu)
तमिलनाडु के होसूर में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की फैक्ट्री पहले से ही कंपोनेंट्स का उत्पादन कर रही है. अब उसी जगह पर 250 एकड़ में एक और बड़ी फैक्ट्री बनाई जाएगी, जहां iPhone का उत्पादन होगा. इस नई फैक्ट्री में कंपनी 6000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. खास बात यह है कि इस फैक्ट्री में लगभग 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. जिनमें से अधिकांश महिलाएं होंगी. यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान होगा.
चीन पर निर्भरता होगी कम (Reduced Dependence on China)
Apple पिछले कुछ सालों से चीन पर अपनी निर्भरता को कम करने की कोशिश कर रहा है. इसके तहत कंपनी ने भारत, थाईलैंड और मलेशिया जैसे देशों में अपने उत्पादन को विस्तारित करने की योजना बनाई है. भारत में Apple ने 2017 से अपने स्मार्टफोन्स का उत्पादन शुरू किया था. फॉक्सकॉन जो चेन्नई के पास स्थित है, ने तब से iPhone का निर्माण शुरू किया. अब तक भारत में बने iPhones को विदेशों में भी निर्यात किया जा रहा है. टाटा ग्रुप की इस नई फैक्ट्री से Apple को भारत में और ज्यादा iPhones बनाने में सहायता मिलेगी, जिससे देश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
रतन टाटा का बड़ा कदम (Ratan Tata’s Major Initiative)
रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने हाल ही में भारत में स्थित विस्ट्रॉन कंपनी की फैक्ट्री को खरीदा था. अब इस नई फैक्ट्री में iPhone का उत्पादन शुरू होने जा रहा है. यह फैक्ट्री Apple के लिए एक महत्वपूर्ण निर्माण इकाई बनेगी. जिससे भारत में iPhone की उत्पादन क्षमता में इजाफा होगा.
भारत के लिए क्या है इसका मतलब? (What Does This Mean for India?)
Apple का यह कदम भारत के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आया है. इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में पहचान भी मिलेगी. साथ ही यह कदम भारत में तकनीकी विकास और औद्योगिक वृद्धि को भी बल देगा.
चीन से उत्पादन का बदलाव (Shift from China to India)
Apple का चीन पर निर्भरता कम करने का यह कदम एक रणनीतिक फैसला है. जो भारत की आर्थिक और औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होगा. टाटा ग्रुप के साथ इस सहयोग से भारत में तकनीकी उन्नति को नया आयाम मिलेगा और वैश्विक स्तर पर भारतीय मैन्युफैक्चरिंग की साख बढ़ेगी.