भारतीय टेलीकॉम कंपनियां अपने टैरिफ दरों को बढ़ाने की तैयारी में हैं। वर्तमान में प्रति यूजर औसत आय (ARPU) 182 रुपये है। जिसे बढ़ाकर 300 रुपये करने की योजना बनाई जा रही है। यह कदम कंपनियों के राजस्व में वृद्धि और बढ़ती लागतों को पूरा करने के लिए उठाया जा रहा है। इस टैरिफ वृद्धि का उद्देश्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना, नेटवर्क का विस्तार करना और नई तकनीकों में निवेश करना है।
राजस्व वृद्धि की आवश्यकता
टेलीकॉम कंपनियों के लिए टैरिफ में वृद्धि आवश्यक हो गई है क्योंकि वे लगातार बढ़ती लागतों और नए निवेश की जरूरतों का सामना कर रही हैं। कंपनियां अपने नेटवर्क को अपग्रेड करने और 5G जैसी नई तकनीकों को लागू करने के लिए बड़े निवेश कर रही हैं। ऐसे में टैरिफ बढ़ाना उन्हें आर्थिक मजबूती प्रदान करेगा। जिससे वे अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे सकेंगी।
उपभोक्ताओं पर प्रभाव
टैरिफ में वृद्धि का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। उन्हें मोबाइल और डेटा सेवाओं के लिए अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। हालांकि कंपनियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि वे अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा और अनुभव प्रदान करें। जिससे बढ़ते टैरिफ का असर संतुलित हो सके।
केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट
केयरएज रेटिंग्स के मुताबिक, इस बढ़ोतरी से टेलीकॉम कंपनियों जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया की प्रति यूजर औसत आय (ARPU) 182 रुपए से 15% बढ़कर 220 रु. हो जाएगी। कंपनियों की तैयारी ARPU को 300 से ऊपर ले जाने की है। भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल का कहना है कि प्रति यूजर आय 300 रुपए तक पहुंचने के बाद भी भारत दुनिया का सबसे सस्ता टेलीकॉम मार्केट बना रहेगा। इन कंपनियों ने अगले 12 महीनों में कई बार टैरिफ बढ़ाने की योजना बनाई है।
भारतीय टेलीकॉम मार्केट शेयर
भारतीय टेलीकॉम मार्केट में 92% बाजार हिस्सेदारी केवल तीन कंपनियों के पास है। रिलायंस जियो 40.3% मार्केट शेयर के साथ सबसे आगे है। इसके बाद भारती एयरटेल 33.1% और वोडाफोन आइडिया 18.8% मार्केट शेयर के साथ हैं। बीएसएनएल और एमटीएनएल का संयुक्त बाजार शेयर 7.74% है। इस साल मई में जियो के ग्राहक 35 लाख और एयरटेल के 9 लाख बढ़े हैं। जबकि वोडाफोन-आइडिया के ग्राहक एक महीने में 17 लाख घटे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
बैंक ऑफ अमेरिका का मानना है कि अगले 5 वर्षों के दौरान भारत में टेलीकॉम ARPU 13.6% बढ़कर 250 रुपए और 7 साल में 36.4% बढ़कर 300 रुपए तक पहुंच सकता है। सिटी रिसर्च का अनुमान है कि एयरटेल आगामी वर्षों में सबसे ज्यादा टैरिफ बढ़ाएगी। वर्ष 2025-26 तक 270 रुपए और 2027 तक 305 रुपए तक पहुंच सकता है।
तकनीकी निवेश और नेटवर्क विस्तार
टैरिफ में वृद्धि से मिलने वाले अतिरिक्त राजस्व का उपयोग टेलीकॉम कंपनियां अपने नेटवर्क के विस्तार और उन्नत तकनीकों में निवेश के लिए करेंगी। 5G तकनीक के आगमन के साथ भारतीय टेलीकॉम बाजार में तेजी से बदलाव आने की संभावना है। इस नई तकनीक के लिए बड़े निवेश की जरूरत होगी। जिसे टैरिफ बढ़ाकर पूरा किया जा सकता है।