WiFi Internet: आज के डिजिटल युग में इंटरनेट हमारी जिंदगियों में एक अनिवार्य घटक बन चुका है. घर हो या ऑफिस इंटरनेट के बिना हमारी दिनचर्या अधूरी सी लगती है. हर किसी के घर में इंटरनेट कनेक्शन की मौजूदगी ने जीवन को सरल बना दिया है.
Wi-Fi राउटर
जब भी हम एक नया Wi-Fi राउटर खरीदते हैं. उसके बॉक्स पर बैंड की जानकारी दी गई होती है. यह बैंड, जैसे कि डुअल बैंड (2.4GHz/5GHz) आजकल के सभी मॉडर्न राउटर्स में मिलते हैं.
भारत में राउटर्स की बिक्री के नियम
भारतीय बाजार में बिक्री के लिए केवल 2.4GHz और 5GHz स्पेक्ट्रम बैंड वाले Wi-Fi राउटर्स को अनुमति है. ये बैंड्स वाई-फाई सिग्नल्स को संचारित करने के लिए अधिकृत हैं.
Wi-Fi 6E
हाल ही में Wi-Fi 6E स्पेक्ट्रम बैंड वाले राउटर्स भी बाजार में उपलब्ध हुए हैं, जो नवीनतम तकनीक पर आधारित हैं और बेहतर प्रदर्शन प्रदान करते हैं.
नई टेक्नोलॉजी के उपयोग की चुनौतियाँ
अगर आपने घर में नई Wi-Fi 6E टेक्नोलॉजी वाले राउटर का इस्तेमाल किया है, तो इसे भारतीय टेलीकॉम एक्ट की धाराओं के तहत चुनौती मिल सकती है. क्योंकि सरकार ने इस प्रकार के राउटर्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है.
प्रतिबंधित तकनीकी का प्रभाव
इस तकनीकी के प्रतिबंधित होने से उपभोक्ताओं के सामने कई चुनौतियाँ उत्पन्न होती हैं और इससे उनके इंटरनेट उपयोग की क्षमता पर भी असर पड़ता है.