Solar Panels: विश्व भर में ऊर्जा की मांग बढ़ रही है और बढ़ती हुई बिजली की कीमतें और पर्यावरणीय समस्याओं के कारण सोलर एनर्जी की ओर रुख करना एक सुझाव बनता जा रहा है. सोलर एनर्जी जो कि एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है का उपयोग करने से न केवल पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुँचता बल्कि यह लंबे समय में ऊर्जा लागत में कमी भी लाता है.
नकली सोलर उपकरणों की पहचान और उनसे बचाव
बाजार में कई बार ग्राहक नकली सोलर उपकरण खरीद बैठते हैं जिससे उन्हें आर्थिक हानि उठानी पड़ती है. यहाँ पर हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे आप असली और नकली सोलर पैनल की पहचान कर सकते हैं और कौन सा सोलर पैनल आपके लिए उपयुक्त होगा.
सोलर पैनलों की पहचान असली और नकली
सोलर पैनलों की ग्रेडिंग सिस्टम की समझ आपको नकली उत्पादों से बचा सकती है. A-ग्रेड पैनल जो कि उच्चतम गुणवत्ता के होते हैं विभिन्न परीक्षणों से गुज़रने के बाद मार्केट में आते हैं और इनमें उचित वारंटी सुविधा होती है. इनकी पहचान में RFID टैग और सीरियल नंबर सहायक होते हैं.
वहीं B-ग्रेड पैनल वे होते हैं जो परीक्षण मानकों को पूरा नहीं करते और अक्सर कम कीमत पर बेचे जाते हैं. ये पैनल अपनी स्पेसिफिकेशन्स के अनुरूप परफॉर्म नहीं करते और इनमें कोई वारंटी नहीं होती जिससे ग्राहकों को नुकसान हो सकता है.
सोलर पैनल खरीदते समय बरतनी योग्य सावधानियाँ
- स्टिकर और लेबल्स की जांच: असली सोलर पैनल पर उत्पादन संबंधी जानकारी वाले स्टिकर होते हैं. नकली पैनलों पर ये स्टिकर अक्सर नहीं होते.
- वारंटी: विश्वसनीय ब्रांडों द्वारा निर्मित पैनलों पर पूर्ण प्रोडक्ट और परफॉरमेंस वारंटी होती है.
- वेंडर की प्रामाणिकता: सोलर पैनल खरीदते समय विक्रेता की प्रतिष्ठा की जाँच करें. रिलायबल वेंडर्स से ही खरीदारी करें.