काउंटर वैटिंग टिकट को लेकर ट्रेन में सफर कर सकते है या नही, रेल्वे ने लोगों को बताई असली सच्चाई

By Uggersain Sharma

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भारतीय रेल हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है। कभी हादसों की खबरें तो कभी टिकट बुकिंग और यात्रा से जुड़ी समस्याएं रेलवे के इर्द-गिर्द हमेशा कुछ न कुछ हो ही रहा है। वर्तमान में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि वेटिंग टिकट वाले यात्री अब ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते। यह दावा आंशिक रूप से सही है और इसे समझना जरूरी है कि इसमें कितनी सच्चाई है और किस प्रकार के नियम लागू किए गए हैं।

वायरल पोस्ट का दावा

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया गया है कि अब केवल कंफर्म टिकट वाले ही ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं। वेटिंग टिकट बंद होने के बाद स्लीपर और एसी कोच तो खाली हो गए लेकिन जनरल कोच की स्थिति बिगड़ गई है। यह दावा पूरी तरह से सही नहीं है। वास्तव में यह नियम केवल कुछ ट्रेनों पर लागू किया गया है और सभी ट्रेनों पर नहीं।

रेलवे के सर्कुलर का विवरण

भारतीय रेलवे के 2010 के सर्कुलर के अनुसार आरक्षित कोच यानी स्लीपर और एसी कोच में केवल कंफर्म और आरएसी (Reservation Against Cancellation) टिकट वाले यात्री ही यात्रा कर सकते हैं। ई-टिकट के मामले में वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों का टिकट ऑटोमेटिकली कैंसिल हो जाता है। काउंटर से खरीदे गए वेटिंग टिकट वाले यात्री केवल जनरल कोच में ही यात्रा कर सकते हैं।

नियमों में सख्ती

रेलवे ने अपने नियमों में कोई नया बदलाव नहीं किया है बल्कि सख्ती बढ़ाई है। आरक्षित कोच में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही थी जिसके कारण यह कदम उठाया गया है। कई यात्रियों में यह गलत धारणा बन गई थी कि काउंटर से वेटिंग टिकट लेकर आरक्षित कोच में यात्रा की जा सकती है जबकि यह नियम के विरुद्ध है।

कानूनी परिणाम और जुर्माना

यदि कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ आरक्षित कोच में यात्रा करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे यात्रा की गई दूरी के किराए के साथ-साथ न्यूनतम 440 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है। टीटीई को यह अधिकार है कि वह ऐसे यात्रियों को ट्रेन से उतार सकता है या उन्हें जनरल कोच में भेज सकता है।

नए नियमों का प्रभाव

इस नियम का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को उनकी सीट पर आसानी से बैठने और यात्रा का आनंद लेने का मौका मिलता है। वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की संख्या कम होने से आरक्षित कोच में भीड़भाड़ कम होगी और सुरक्षा में भी सुधार होगा।

जनरल कोच की स्थिति

वेटिंग टिकट वाले यात्रियों के जनरल कोच में यात्रा करने से वहां की स्थिति में भीड़भाड़ बढ़ सकती है। ऐसे में रेलवे को जनरल कोच की सुविधाओं में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि सभी यात्री आरामदायक यात्रा कर सकें।

नए नियमों का पालन

यात्रियों को नए नियमों का पालन करना चाहिए और कंफर्म टिकट के साथ ही यात्रा करने की योजना बनानी चाहिए। इससे उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और वे आरामदायक यात्रा का आनंद ले सकेंगे।

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.