स्मार्ट प्री-पेड मीटर का उपयोग करते समय उपभोक्ताओं को अपने लोड की सीमा का ध्यान रखना चाहिए. यदि उपभोक्ता ने दो किलोवाट का लोड निर्धारित किया है और वह इससे अधिक उपयोग करते हैं तो उन्हें जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है.
कैसे निर्धारित होता है अतिरिक्त लोड शुल्क
यदि किसी दिन उपभोक्ताओं का लोड निर्धारित सीमा से अधिक होता है तो उनसे एक्सेस डिमांड चार्ज (excess demand charge) के रूप में प्रति किलोवाट के हिसाब से अतिरिक्त शुल्क और जुर्माना वसूला जाता है. यह राशि महीने के बिल में जुड़कर प्रीपेड बैलेंस से कट जाती है.
उपभोक्ताओं की शिकायतें
स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं की शिकायतों के बाद कंपनी की जांच में पता चला कि कई उपभोक्ताओं ने अपनी निर्धारित लोड क्षमता से अधिक बिजली का उपयोग किया. इस अवधि में अतिरिक्त बिजली उपभोग से उन पर अतिरिक्त चार्ज और जुर्माना लगाया गया.
उदाहरण से समझिए
उदाहरण के तौर पर किरण देवी ने एक किलोवाट का लोड लिया हुआ था लेकिन उन्होंने अधिक लोड का उपयोग किया जिसके कारण उन्हें अधिक चार्ज का सामना करना पड़ा. इस प्रकार की स्थितियाँ उपभोक्ताओं को अपने लोड की निगरानी करने की आवश्यकता को दर्शाती हैं.
नये कनेक्शनों के लिए विशेष छूट
नए कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं को पहले छह महीनों तक एक्सेस डिमांड चार्ज से छूट प्रदान की जाती है. इस दौरान उन्हें लोड बढ़ने की जानकारी SMS के माध्यम से दी जाती है. जिससे वे अपने घरेलू उपकरणों का उपयोग सावधानीपूर्वक कर सकें.