हमारे देश की आधे से ज्यादा जनसंख्या गांवों में निवास करती है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ग्रामीण क्षेत्रों को विकसित करने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। समय-समय पर नई योजनाओं का ऐलान किया जा रहा है ताकि ग्रामीण इलाकों तक सभी सुविधाएं पहुंचाई जा सकें। इसी कड़ी में वर्ष 2000 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) शुरू की गई थी।
गांव की सड़कों को पक्का किया जाएगा
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से देश के गांवों की सड़कों को पक्का किया जाएगा और इन्हें शहरों से जोड़ा जाएगा। इस योजना के तहत जिन गांवों में पहले से सड़के बनी हुई हैं वहां सड़कों की मरम्मत की जाएगी और जहां पक्की सड़के नहीं हैं वहां नई पक्की सड़के बनाई जाएंगी। यह योजना ग्रामीण नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में कारगर होगी। इसके अलावा इस योजना से ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिक सशक्त और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
योजना का प्रबंधन और प्लानिंग
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का प्रबंधन ग्राम पंचायत पंचायत समिति और नगरपालिका के माध्यम से किया जाएगा। इस योजना के तहत सभी छोटे और बड़े गांवों की सड़कों को शहरों की पक्की सड़कों से जोड़ा जाएगा। इससे यातायात सुगम होगा और सभी ग्रामीण बिना किसी परेशानी के शहर जा पाएंगे। इस योजना को धरातल पर शुरू करने के लिए पूरी प्लानिंग की जाएगी।
ब्लॉक लेवल पर योजना का संचालन
इस योजना के संचालन के लिए ब्लॉक लेवल पर भी प्लान तैयार होगा। ब्लॉक लेवल मास्टर प्लान कमेटी के माध्यम से एग्जिस्टिंग रोड नेटवर्क का निर्माण और पहचान की जाएगी कि कौन-कौन से रोड नेटवर्क शहरों से जुड़े हुए नहीं हैं। इसके बाद इन्हें शहरों से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एनुअल एक्शन प्लान
डिस्ट्रिक्ट पंचायत की तरफ से प्रतिवर्ष सड़क बनाने के कार्य की सूची बनाई जाएगी। सीएनपीएल के तहत नई कनेक्टिविटी लिंक चयनित होंगी और उन रूट्स की पहचान की जाएगी जिसमें नए रोड लिंक बनेंगे। पीआईसी रजिस्टर के माध्यम से पेवमेंट कंडीशन के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके बाद प्रोजेक्ट पर होने वाले खर्च को अप्रत्याशित किया जाएगा और इस रिपोर्ट को संबंधित विभाग में भेजा जाएगा ताकि योजना के लिए फंड प्रदान किया जा सके।
योजना के अंतर्गत कार्य प्रगति
मिनिस्ट्री से क्लियरेंस मिलने के बाद प्रोजेक्ट प्रपोजल राज्य सरकार को भेजा जाएगा। राज्य सरकार द्वारा योजना के अंतर्गत राशि आवंटित की जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया होने के बाद एक्जीक्यूशन कमेटी के जरिये टेंडर मांगे जाएंगे और टेंडर स्वीकार होने के 15 दिन बाद काम शुरू होगा। 9 महीने के अंदर-अंदर रोड बनाने का काम पूरा हो जाएगा। पहाड़ी इलाकों में 18 से 24 महीने का समय लग सकता है।
योजना में आवेदन की प्रक्रिया
योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। होम पेज पर आवेदन करें के विकल्प पर क्लिक करें और पूछी गई जानकारी दर्ज करें। सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज अपलोड करने के बाद सबमिट के विकल्प पर क्लिक करें। इस प्रकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत आवेदन पूरा हो जाएगा।
ग्रामीण विकास की दिशा में अहम कदम
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल ग्रामीण क्षेत्रों को शहरों से जोड़ने में मदद करेगी बल्कि वहां के नागरिकों को सशक्त और आत्मनिर्भर भी बनाएगी। सड़क निर्माण के माध्यम से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।