Agriculture Loan: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हालिया महंगाई और कृषि लागत में हुई बढ़ोतरी के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. शुक्रवार को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की कि छोटे किसानों को अब बिना किसी गिरवी के दो लाख रुपये तक का लोन प्राप्त करने की अनुमति होगी. जबकि पूर्व में यह सीमा 1.6 लाख रुपये थी. यह नई सीमा नए साल से प्रभावी होगी और सभी बैंकों को इस निर्देश का पालन करना होगा.
ग्रामीण क्षेत्रों में लोन सुविधा में वृद्धि
नए नियमों के अनुसार अब स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) यूपीआई के माध्यम से भी लोन वितरित कर सकेंगे. यह कदम गांवों में लोन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए उठाया गया है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसानों को आसानी से वित्तीय सहायता प्राप्त हो सकेगी. एसएफबी की यह सुविधा उनकी पहुंच को और अधिक गांवों तक विस्तारित करेगी.
कृषि में सुधार के लिए प्रयास
इस निर्णय का उद्देश्य कृषि क्षेत्र के प्रदर्शन को सुधारना भी है. वर्तमान वित्त वर्ष में कृषि क्षेत्र ने 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है. जो कि मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की दो प्रतिशत की विकास दर से अधिक है. आरबीआई का मानना है कि कृषि क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन से ही ग्रामीण मांग में वृद्धि होगी और इससे जीडीपी में सुधार संभव है.
डिजिटल फ्रॉड से बचाव के उपाय
आरबीआई ने साइबर और डिजिटल फ्रॉड को रोकने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित समाधानों का विकास भी शुरू किया है. इस प्रकार के फ्रॉड में इस्तेमाल किए जाने वाले म्यूल अकाउंट्स की पहचान के लिए बैंकों ने एआई टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है. जिससे फ्रॉड की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है.