Mukhyamantri Subhadra Yojana: वर्तमान समय में केंद्र और राज्य सरकार का ध्यान कृषि विकास और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित है. इस दिशा में अनेक कल्याणकारी योजनाएं (Welfare schemes) पेश की जा रही हैं, जो किसानों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तैयार की गई हैं. मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लाड़ली बहना योजना की भारी सफलता के बाद अन्य राज्य भी समान योजनाएं शुरू करने की ओर अग्रसर हैं.
मुख्यमंत्री सुभद्रा योजना का परिचय
मुख्यमंत्री सुभद्रा योजना ऐसी ही एक नई पहल है जिसे विशेष रूप से महिलाओं के लाभ के लिए डिजाइन किया गया है. इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को प्रतिवर्ष 10,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे, जो सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे. योजना को वर्ष 2028-29 तक चलाने की योजना है. जिसके लिए 55825 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.
योजना के वितरण और लाभ
प्रत्येक वर्ष दी जाने वाली 10,000 रुपए की राशि दो बराबर किस्तों में वितरित की जाएगी. इससे महिलाएं अपनी वित्तीय आवश्यकताओं को अधिक कुशलता से पूरा कर सकेंगी. पांच वर्षों में प्रत्येक लाभार्थी महिला कुल 50,000 रुपए प्राप्त करेगी, जो उनके आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी.
योजना की पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
आवेदन करने के लिए महिलाओं को राज्य की मूल निवासी होना चाहिए और उनकी आयु 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए. परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए और महिला के पास आधार कार्ड और एक एकल धारक बैंक खाता होना आवश्यक है. योजना के लिए आवेदन राज्य की विशिष्ट वेबसाइटों पर या आधिकारिक केंद्रों के माध्यम से किया जा सकता है.
अपात्रता के मानदंड
किसी भी महिला जो सरकारी लाभ प्राप्त कर रही है या जिसका परिवार किसी सरकारी पद पर आसीन है, को योजना का लाभ नहीं मिलेगा. यदि परिवार में किसी सदस्य को पेंशन मिल रही है या वह इनकम टैक्स भरता है, तो भी वे इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे.