प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘प्रधानमंत्री सूर्यघर बिजली योजना’ का शुभारंभ किया है। यह योजना घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली उत्पादन बढ़ाने और लोगों को बिजली के बिलों में राहत प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके माध्यम से न केवल वित्तीय बचत होगी। बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी सहायक सिद्ध होगा।
क्या सोलर सिस्टम लगने के बाद बिजली कनेक्शन कटेगा?
इस योजना के तहत सोलर सिस्टम लगाने के बाद भी आपका बिजली कनेक्शन बरकरार रहेगा। यह ग्रिड से जुड़े सोलर सिस्टम पर आधारित है। जिसका मतलब है कि सोलर सिस्टम बिजली विभाग के ग्रिड से जुड़ा होता है। ग्रिड से जुड़ा होने का मुख्य फायदा यह है कि खराब मौसम या रात के समय भी जब सूर्य की रोशनी नहीं होती, तब भी आपको बिजली मिलती रहती है।
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के फायदे
ऑन ग्रिड सिस्टम के कई फायदे हैं जैसे कि सुरक्षा, अतिरिक्त बिजली का उपयोग और नेट मीटरिंग। रात के समय या कम धूप वाले दिनों में जब सोलर पैनल पर्याप्त बिजली उत्पादन नहीं कर पाते, तब ग्रिड कनेक्शन आपको निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करता है। अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजकर आप अतिरिक्त इनकम भी प्राप्त कर सकते हैं। नेट मीटरिंग की सुविधा आपको उत्पादित और खपत की गई बिजली का हिसाब रखने में मदद करती है।
योजना का विस्तार और भविष्य की संभावनाएं
इस योजना का उद्देश्य 2026 तक 1 करोड़ घरों में सोलर पैनल स्थापित करना है। सरकार ने इस योजना के लिए बजट आवंटन भी बढ़ाया है और प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए कदम उठाए हैं। ये सभी प्रयास इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक होंगे।
योजना का लाभ कैसे उठाएं?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजली का बिल तैयार रखें। आपके आवेदन के बाद टेक्निकल टीम द्वारा घर का सर्वे किया जाएगा। यदि सब कुछ ठीक रहता है तो सोलर पैनल लगाने का काम शुरू हो जाएगा और सब्सिडी भी आपके खाते में आ जाएगी।