कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग ने कोडरमा जिले के पशुपालकों के लिए महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत पशुपालन और इससे जुड़े उपकरणों को अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे पशुपालकों को अपने पशुधन को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलेगी। इस योजना के तहत लाभार्थियों को 75 से 90 प्रतिशत तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा, जो कि एक बड़ी राहत साबित होगी।
लाभार्थियों की पात्रता और अनुदान की जानकारी
जिला गव्य विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि इस योजना के तहत विभिन्न सामाजिक और आर्थिक बाधाओं का सामना कर रहे परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। आपदा, आगलगी, सड़क दुर्घटनाओं से प्रभावित परिवारों की महिलाओं को 90% अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य महिला लाभार्थियों को भी 75% अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा।
विभिन्न प्रकार की सहायता योजनाएं
इस योजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जा रही है। कैफ कटर जो कि पशुओं के चारे को काटने में सहायक होता है। पर अनुसूचित जाति और जनजाति के लाभुकों को 90% और अन्य सभी को 75% अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा विद्युत चलित कैफ कटर पर भी अनुदान उपलब्ध होगा।
वर्मी कंपोस्ट यूनिट और अन्य सहायता
वर्मी कंपोस्ट यूनिट के लिए भी भारी अनुदान उपलब्ध है। यह योजना प्रगतिशील डेयरी कृषकों के लिए भी कई सुविधाएं प्रदान करती है जैसे कि मिल्किंग मशीन, पनीर और खोवा मेकिंग यूनिट, जो कि 75 से 90% अनुदान पर उपलब्ध होंगे।
आवेदन प्रक्रिया
इच्छुक ग्रामीणों को प्रखंड विकास पदाधिकारी या प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी के पास जाकर इस योजना के लिए आवेदन करना होगा। यह योजना पशुपालन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने का प्रयास करती है। जिससे ग्रामीण आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
कोडरमा जिले में पशुपालन और इससे जुड़े उपकरणों को उचित अनुदान पर प्राप्त करने की योजना से पशुपालकों को बड़ी मदद मिलेगी और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी।