Honey bee farming in india: बिहार सरकार ने किसानों को मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन में सहायता के लिए एक उदार योजना की घोषणा की है. इस योजना के तहत किसानों को 80 प्रतिशत की सब्सिडी (subsidy) प्रदान की जाएगी. जिससे वे अपने शहद उत्पादन को बढ़ा सकें और साथ ही अपनी कृषि उत्पादकता को भी सुधार सकें.
योजना की मुख्य विशेषताएँ (Key Features of the Scheme)
इस योजना के अंतर्गत किसानों को बी बॉक्स, बीहाइव्स, हनी एक्सट्रैक्टर्स, और फूड ग्रेड कंटेनर्स प्रदान किए जाएंगे. इससे किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे और फसलों की उत्पादकता (crop productivity) में भी सुधार होगा.
किसानों के लिए आवेदन प्रक्रिया (Application Process for Farmers)
योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा. इस प्रक्रिया के तहत किसान ऑनलाइन माध्यम से सब्सिडी के लिए अपना नाम रजिस्टर कर सकते हैं.
योजना का जिलेवार क्रियान्वयन (District-wise Implementation of the Scheme)
इस योजना को बिहार के 15 जिलों में लागू किया जा रहा है. इन जिलों में अरवल, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, और अन्य शामिल हैं. इसके माध्यम से सरकार राज्य के विभिन्न भागों में कृषि और अन्य संबंधित क्षेत्रों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है.
प्रशिक्षण और सहायता (Training and Support)
योजना के तहत लाभार्थी किसानों को अनिवार्य रूप से मधुमक्खी पालन का प्राधिकृत प्रशिक्षण (authorized training) प्राप्त करना होगा. यह प्रशिक्षण उन्हें मधुमक्खी पालन की विभिन्न तकनीकों से अवगत कराएगा और उन्हें अधिक उत्पादक और कुशल बनाने में मदद करेगा.
योजना के लाभ (Benefits of the Scheme)
इस योजना से किसानों को न केवल आर्थिक लाभ होगा बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है क्योंकि मधुमक्खी पालन से परागण (pollination) में वृद्धि होती है, जो फसलों की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार करता है.
विस्तार और भविष्य की योजनाएं (Expansion and Future Plans)
बिहार सरकार इस योजना का विस्तार अन्य जिलों में भी करने की योजना बना रही है. इससे राज्य में मधुमक्खी पालन को एक महत्वपूर्ण आय स्रोत के रूप में विकसित किया जा सकेगा. जिससे अधिक से अधिक किसानों को लाभ होगा.