उन्नत खेती सीखने के लिए विदेश जाएंगे इस राज्य के किसान, राज्य सरकार देगी पूरा खर्चा

By Uggersain Sharma

Published on:

advanced farming scheme for rajasthan

Advanced Farming Scheme: भारत सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रोत्साहित करती है. ताकि वे खेती को अधिक समृद्ध और टिकाऊ बना सकें. इनमें फसल सब्सिडी (Crop Subsidy) और फसल बीमा (Crop Insurance) जैसी सुविधाएँ शामिल हैं, जो किसानों के लिए वरदान साबित होती हैं. इसके अलावा राजस्थान सरकार ने किसानों को एडवांस्ड खेती की ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजने का भी निर्णय लिया है ताकि वे वैश्विक खेती के तौर-तरीकों से अवगत हो सकें.

राजस्थान सरकार की खास पहल

राजस्थान सरकार ने ‘किसान नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम’ के तहत एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है. जिसके अंतर्गत 100 युवा प्रगतिशील किसानों को इजरायल सहित विभिन्न देशों में भेजा जाएगा. यह पहल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बजट घोषणा का हिस्सा है और इसका उद्देश्य किसानों को वैश्विक खेती की तकनीकों (Global Farming Techniques) से परिचित कराना है.

आवेदन प्रक्रिया और चयन मापदंड

इच्छुक किसान राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं. पहले चरण में कृषि और डेयरी क्षेत्र से 100 प्रगतिशील किसानों का चयन किया जाएगा. यह योजना पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर काम करेगी. जिससे किसानों को जल्द से जल्द आवेदन करने का प्रोत्साहन मिलता है.

योग्यता मानदंड और आवेदन की शर्तें

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों की उम्र कम से कम 50 वर्ष होनी चाहिए. किसानों के पास खेती योग्य भूमि का होना और पशुपालन से जुड़े होने के दस्तावेज आवश्यक हैं. इसके अतिरिक्त डेयरी और पशुपालन के क्षेत्र में दस वर्षों का अनुभव होना चाहिए.

एडवांस्ड खेती की तकनीकों का अध्ययन

चयनित किसानों को विदेश में एडवांस्ड खेती की तकनीकें सीखने का मौका मिलेगा. जैसे कि पॉली हाउस और ऑफ सीजन खेती (Off-Season Farming). ये तकनीकें उन्हें कम जमीन और कम पानी में अधिक उत्पादन करने में मदद करेंगी. जिससे उनकी आमदनी में सुधार होगा.

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.