भारतीय संस्कृति के अनगिनत रंगों में एक अहम रंग है रागनी का। इस कला रूप में सपना चौधरी ने न केवल अपनी पहचान बनाई है बल्कि उन्होंने अपने दृढ़ निश्चय और कठिन परिश्रम से इसे एक नई पहचान दी है। बचपन में पिता की मृत्यु के बाद सपना ने अपने शौक को अपने परिवार की आजीविका का साधन बना लिया। मंच पर उनकी परफ़ोरमेंस न केवल उनके जीवन का सहारा बनीं बल्कि उन्होंने अपनी अनोखे टैलेंट दिलों में भी खास जगह बनाई।
सपना का मंच और उसकी चमक
सपना चौधरी का नाम आज हर किसी की जुबान पर है। उनकी पहचान एक ऐसी कलाकार के रूप में है जिन्होंने रागनी कार्यक्रमों को एक नया आयाम दिया है। उनके डांस वीडियो ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान खींचा है। उनके परफ़ोरमेंस में एक विशेष ऊर्जा और उत्साह देखने को मिलता है जो दर्शकों को उनकी ओर आकर्षित करती है।
सपना का उत्साह है क़ाबिले तारीफ
साल 2017 में ‘सपना सिंगर लाइव’ चैनल द्वारा उनका एक वीडियो जारी किया गया था जिसे 20 लाख से अधिक बार देखा गया। इस वीडियो में सपना ने ‘लाड पिया के’ गाने पर परफ़ोरम किया था। इस वीडियो में सपना का जोश और उत्साह देखने लायक था जिसने नजफगढ़ के कुआं पूजन समारोह के दौरान सभी का मन मोह लिया।
समय के साथ बदलता सपना का अंदाज
समय के साथ सपना के डांस में परिवर्तन आया है। पहले की तुलना में आज उनकी अदाएं और भी निखर कर सामने आई हैं। सात साल पहले के उस वीडियो की तुलना में आज उनके ठुमके में और अधिक लचक और कशिश है। उनका हर परफ़ोरमेंस उनके अनुभव और समर्पण को दर्शाता है।