हरियाणा सरकार ने अपने किसानों के लिए एक और बड़ी सौगात प्रदान की है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंचकूला के पिंजौर में एशिया की सबसे बड़ी सेब, फल और सब्जी मंडी का उद्घाटन किया है। इस आयोजन में उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही मंडी के दूसरे चरण का भी उद्घाटन किया जाएगा।
इस मंडी की स्थापना 78 एकड़ भूमि पर की गई है और इस पर करीब 220 करोड़ रुपये की लागत आई है। मुख्यमंत्री के अनुसार इस मंडी से न केवल हरियाणा के किसानों को लाभ होगा। बल्कि पड़ोसी राज्यों के किसान भी इससे लाभान्वित होंगे।
दूसरे चरण की प्रगति और भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस साल के अंत तक दूसरे चरण का काम पूरा हो जाएगा। इस चरण में कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं शामिल की जाएंगी। जिससे सेब, फल और सब्जियों का रखरखाव लंबे समय तक किया जा सकेगा। यह न केवल फसलों के बेहतर संरक्षण में मदद करेगा। बल्कि किसानों को उचित समय पर अपनी उपज को बाजार में बेचने का अवसर भी प्रदान करेगा।
मंडी के फायदे और सुविधाएं
सीएम नायब सैनी ने कहा कि इस मंडी के निर्माण से उत्तरी भारत के राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के बागवानी किसानों की भी बड़ी सहायता होगी। इस मंडी में करीब 70 दुकानें और प्लॉट की ई-नीलामी की गई है। जिससे स्थानीय व्यापारियों को भी व्यापार के नए अवसर मिलेंगे। मंडी में आधुनिक सुविधाएं जैसे कोल्ड स्टोरेज, इलेक्ट्रॉनिक तराजू और डिजिटल भुगतान प्रणाली भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
HMT की जमीन पर विकसित मंडी
इस परियोजना की शुरुआत 2018 में हुई थी, जब पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने इसका शिलान्यास किया था। इस मंडी का निर्माण पूर्व में HMT की जमीन पर किया गया है, जो कि एक औद्योगिक संस्थान के रूप में प्रसिद्ध थी। इस जमीन का उपयोग करके एक विशाल और आधुनिक मंडी का निर्माण किया गया है, जो कि न सिर्फ हरियाणा बल्कि पूरे उत्तर भारत के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने वाली है।