INDIAN RAILWAY: इन दिनों ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का काम बड़ी तेजी से चल रहा है. विशेष रूप से श्रीनगर में रेलवे लाइन के लिए टनल बनाने का कार्य अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुका है. यहां पर 90% टनलों की खुदाई और उन्हें पूरा करने का काम समाप्ति की ओर है. मेन टनल में अब केवल 212 मीटर का कार्य शेष रह गया है. जबकि स्केप टनल (escape tunnel completion) में सिर्फ 12 मीटर का काम बाकी है, जो 25 अक्टूबर को पूरा होने की उम्मीद है.
टनल का ब्रेकथ्रू कब होगा
श्रीनगर में मेन टनल का ब्रेकथ्रू दिसम्बर में होने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके साथ ही स्केप टनल का ब्रेकथ्रू 25 अक्टूबर को पूरा हो जाएगा. यह रेलवे परियोजना (railway tunnel breakthrough) उत्तराखंड के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात होगी. क्योंकि इसके माध्यम से यात्रा समय में भारी कटौती होगी और रेल संपर्क को बेहतर किया जाएगा.
श्रीनगर में तीन प्रमुख रेलवे स्टेशन प्रस्तावित
इस परियोजना के तहत श्रीनगर में तीन रेलवे स्टेशन प्रस्तावित किए गए हैं. मलेथा, रानीहाट और धारी देवी में स्टेशन बनाए जाएंगे. मलेथा और रानीहाट में प्रस्तावित स्टेशनों के साथ धारी देवी रेलवे स्टेशन (Dhari Devi railway station) का निर्माण भी इस परियोजना का एक अहम हिस्सा है. इन रेलवे स्टेशनों का निर्माण कार्य टनल के पूरा होने के बाद शुरू किया जाएगा.
टनल का अंतिम कार्य
श्रीनगर में बनाई जा रही 9 किलोमीटर लंबी मेन टनल लगभग पूरी हो चुकी है. अब केवल 212 मीटर का कार्य बाकी है. यह टनल श्रीनगर के जीएनटीआई मैदान (GNTI ground to Dhari Devi) से शुरू होकर धारी देवी रेलवे स्टेशन तक जाएगी. टनल के अंतिम हिस्से का कार्य पूरा होते ही रेलवे ट्रैक बिछाने का काम भी शुरू हो जाएगा.
स्केप टनल का निर्माण कार्य
स्केप टनल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. अब केवल 12 मीटर का हिस्सा बचा हुआ है. इसका ब्रेकथ्रू 25 अक्टूबर को होगा. जिसके बाद मेन टनल में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम (rail track laying work) शुरू किया जाएगा. श्रीनगर के इस पैकेज 6 में अब तक 4 सफल ब्रेकथ्रू हो चुके हैं और अब अंतिम दो ब्रेकथ्रू बाकी हैं.
प्रोजेक्ट डायरेक्टर का बयान
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के पैकेज 6 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीयूष पंत के अनुसार श्रीनगर के नीचे से गुजरने वाली टनलों का काम अब अपने आखिरी दौर में पहुंच चुका है. 9 किलोमीटर लंबी मेन टनल की शुरुआत जीएनटीआई ग्राउंड से होती है और यह डुंगरीपंथ धारी देवी रेलवे स्टेशन (Dungaripanth to Dhari Devi tunnel) तक जाती है. उनके अनुसार दिसंबर तक मेन टनल का काम पूरा हो जाएगा और इसके बाद ट्रैक बिछाने का काम तेजी से शुरू किया जाएगा.