Ration Card: भारत सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन का लाभ उठाने वाले अपात्र लोगों की सूची हाल ही में शासन स्तर से जारी की गई है. इस पहल का मुख्य उद्देश्य योजना का दुरुपयोग रोकना और संसाधनों को सही हाथों में पहुंचाना है.
जिला स्तरीय सत्यापन और कार्यवाही
जिला स्तर पर एक सक्रिय सत्यापन प्रक्रिया चल रही है जिसमें अपात्रों के नामों को लाभार्थियों की सूची से हटाया जा रहा है और उनके राशन कार्ड (ration cards) को निरस्त किया जा रहा है. सितंबर माह में इस अभियान को और तेजी दी जाएगी ताकि योजना की शुद्धता सुनिश्चित की जा सके.
आयकर दाता और राशन कार्डधारक
जिले में कुल 4,65,436 राशन कार्ड धारकों में से 25,000 ऐसे हैं जो कि आयकर दाता (income tax payers) भी हैं. इस तथ्य का खुलासा शासन द्वारा जारी सूची से हुआ है. राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है और इसमें आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है.
योजना के लाभार्थी कौन?
शहरी क्षेत्रों में रहने वाले जिन परिवारों की आय तीन लाख रुपये से कम है और ग्रामीण क्षेत्रों में दो लाख रुपये से कम है उन्हें ही इस योजना का लाभ मिलता है. आवेदन के बाद आवेदकों को अपने दस्तावेज जिला पूर्ति विभाग में जमा करवाने पड़ते हैं जिसके बाद उनका सत्यापन किया जाता है.
अपात्रों ने कैसे बनवाए राशन कार्ड
जिला पूर्ति विभाग के सत्यापन में लापरवाही के कारण ही कई अपात्र व्यक्तियों ने राशन कार्ड बनवा लिए थे. अब इन अपात्र राशन कार्ड धारकों का नाम लाभार्थियों की सूची से हटाया जा रहा है. जिला पूर्ति अधिकारी अमित तिवारी के अनुसार अपात्रों के राशन कार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है.
राशन कार्ड का निरस्तीकरण
अब तक जिले में लगभग 20 प्रतिशत राशन कार्ड निरस्त किए जा चुके हैं. सत्यापन के कार्य में तेजी लाकर सितंबर माह में शेष अपात्रों का नाम भी लाभार्थियों की सूची से हटाया जाएगा और उनके राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे. पात्र व्यक्तियों के लिए नए राशन कार्ड बनाए जाएंगे जिससे योजना का सही उपयोग सुनिश्चित हो सके.