UPSC: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसे पास करना हर युवा का सपना होता है। पंजाब के आनंदपुर साहिब की रहने वाली गामिनी सिंगला ने अपनी मेहनत और लगन से इसे सच कर दिखाया है। गामिनी ने 2021 में यूपीएससी परीक्षा पास कर ऑल इंडिया ग्रेड में शानदार रैंक हासिल की। वर्तमान में वह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत हैं।
गामिनी का परिवार: शिक्षा और संस्कारों की नींव
गामिनी सिंगला का परिवार शिक्षित और सेवा-भावना से जुड़ा है। उनके पिता आलोक सिंगला और मां नीरजा सिंगला, दोनों हिमाचल प्रदेश में मेडिकल ऑफिसर हैं। उनका छोटा भाई तुषार बंधन खड़गपुर से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं। गामिनी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पंजाब के माउंट कार्मेल स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की।
पढ़ाई के साथ जिम्मेदारी भी निभाई
कॉलेज में गामिनी न केवल पढ़ाई में बल्कि अन्य गतिविधियों में भी सक्रिय थीं। वह मैट्रिक्स ग्रेजुएट्स की सदस्य रहीं और क्लास रिप्रेजेंटेटिव का जिम्मा संभाला। उनकी नेतृत्व क्षमता और मेहनत के कारण वे हर जगह प्रशंसा का केंद्र रहीं।
एमएनसी की नौकरी छोड़कर यूपीएससी का सफर
बीटेक की पढ़ाई के बाद गामिनी को एक मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी सैलरी पर नौकरी मिली। लेकिन उनका दिल सिविल सेवा की ओर खिंचता रहा। उन्होंने नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने का बड़ा फैसला लिया। पहले प्रयास में असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। अपने दूसरे प्रयास में, 2021 में, उन्होंने यह कठिन परीक्षा पास कर ली।
परिवार की खुशी और प्रशिक्षण की शुरुआत
परीक्षा का परिणाम आते ही सिंगला परिवार में खुशी का माहौल छा गया। गामिनी को मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण के लिए चुना गया। यहां उन्होंने प्रशासनिक सेवा के गुर सीखे।
वर्तमान में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गामिनी सिंगला वर्तमान में सुल्तानपुर जिले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत हैं। उनकी यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा है। वह सिविल सेवाओं में काम करते हुए लोगों की मदद करने का सपना पूरा कर रही हैं।