हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कंप्यूटर ऑपरेटरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को भी जारी रही। जिसका प्रभाव स्थानीय प्रशासनिक सेवाओं पर स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। इस हड़ताल के चलते कुरुक्षेत्र में 1700 रजिस्ट्रियां, 1600 इंतकाल और लगभग पांच हजार जमाबंदी के काम प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, वाहनों की आरसी और लाइसेंस जैसे जरूरी काम भी रुके हुए हैं।
लोगों की परेशानी और अडचनें
तहसील में काम करवाने आए लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। कई नागरिक बिना काम हुए बैरंग घर लौटे हैं। हड़ताल के चलते नियमित प्रशासनिक कार्य बाधित होने से आम जनता की दिनचर्या पर भी व्यापक असर पड़ा है।
कंप्यूटर ऑपरेटरों की मांगें और संघर्ष
कंप्यूटर ऑपरेटरों ने अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष किया है। उनकी प्रमुख मांगें हैं कि कंप्यूटर प्रोफेशनल जिला आईटी समिति (डीआईटीएस) का केंद्रीकरण किया जाए और उसके बजट का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा सभी कार्यरत कर्मचारियों के पद सृजित करने एचकेआरएनएल से भेजे गए कर्मचारियों को डीआईटीएस में वापस लाने और 58 साल की उम्र तक सेवा सुरक्षा देने जैसी मांगें भी शामिल हैं।
प्रदर्शन और ज्ञापन
हड़ताल के तहत कंप्यूटर ऑपरेटरों ने सोमवार को लघु सचिवालय से रोष मार्च निकाला और राज्यमंत्री सुभाष सुधा के आवास पर पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में उनकी मांगों को दर्ज किया गया है और सरकार से शीघ्र हस्तक्षेप की अपील की गई है।
सरकारी प्रतिक्रिया और आगे की बैठकें
राज्य मंत्री सुभाष सुधा ने आश्वासन दिया है कि वे मुख्यमंत्री से इस मामले में चर्चा करेंगे। 24 जुलाई को प्रतिनिधिमंडल की उच्च अधिकारियों से एक महत्वपूर्ण बैठक निर्धारित है। जिसमें मांगों पर चर्चा की जाएगी और सहमति का पत्र जारी किए जाने की उम्मीद है।
आम नागरिकों की आवाज़
स्थानीय निवासी सतनाम सिंह ने बताया कि उन्हें अपने खेत की फर्द के लिए दो बार तहसील का चक्कर लगाना पड़ा। लेकिन हड़ताल के कारण काम नहीं हो पाया। उन्होंने चिंता जताई कि हड़ताल कब खत्म होगी। इसकी कोई निश्चितता नहीं है।