Sim Card: पोस्टपेड प्लान में उपयोगकर्ता को महीने के अंत में उपयोग के आधार पर बिल भुगतान करना होता है. यह उन लोगों के लिए उपयुक्त हो सकता है जो नियमित रूप से ज्यादा डेटा और कॉलिंग की आवश्यकता रखते हैं. पोस्टपेड यूज़र्स के लिए ओवरचार्ज होने की संभावना कम होती है. लेकिन बिल अनपेक्षित रूप से ज्यादा भी हो सकता है यदि वे अपनी निर्धारित सीमा से अधिक उपयोग करते हैं.
प्रीपेड सिम के फायदे
प्रीपेड सिम में यूज़र्स पहले पेमेंट करते हैं और फिर उसके बाद सेवाएं उपयोग कर सकते हैं. यह बजट के प्रति सजग लोगों के लिए बेहतर हो सकता है. क्योंकि यह उन्हें खर्च पर नियंत्रण रखने की अनुमति देता है. प्रीपेड प्लान्स आमतौर पर अल्पकालिक होते हैं और उपयोगकर्ता किसी भी समय सेवा बदल सकते हैं.
प्रीपेड और पोस्टपेड के बीच की लिमिटेशन्स
प्रीपेड योजनाओं में यूज़र्स को पहले से तय डेटा और कॉलिंग सीमाएँ मिलती हैं. जबकि पोस्टपेड योजनाएं अधिक लचीली होती हैं. हालांकि पोस्टपेड में अगर अतिरिक्त डेटा उपयोग किया जाता है, तो बिल बढ़ सकता है. जबकि प्रीपेड में डेटा समाप्त होने पर सेवाएं रुक जाती हैं.
इंटरनेट डेटा के विकल्प
पोस्टपेड योजनाएं आमतौर पर असीमित डेटा प्रदान करती हैं. जो भारी इंटरनेट यूजर्स के लिए अच्छी हो सकती हैं. प्रीपेड प्लान्स में डेटा की सीमाएँ होती हैं और यूजर्स को अतिरिक्त डेटा के लिए पुन: रीचार्ज करना पड़ सकता है.
पोस्टपेड के विशेष लाभ
जो यूज़र्स अक्सर विदेश यात्रा करते हैं. उनके लिए पोस्टपेड बेहतर हो सकता है क्योंकि यह रोमिंग, अंतरराष्ट्रीय कॉल और अतिरिक्त डेटा पैक की सुविधाएं प्रदान करता है.
प्रीपेड और पोस्टपेड में ऑफर्स
प्रीपेड प्लान्स में आमतौर पर सीमित ऑफर्स होते हैं. जबकि पोस्टपेड में अक्सर आकर्षक पैक और विशेष ऑफर मिलते हैं. यह परिवार के लिए शेयरिंग प्लान्स या कॉर्पोरेट ऑफर्स के रूप में हो सकते हैं, जो बड़े यूज़र ग्रुप्स के लिए अच्छा हैं.