Kusum Yojana: भारत सरकार ने किसानों के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना की शुरुआत की है. जिसका मुख्य उद्देश्य खेती के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाना है. इस योजना से किसानों को न केवल अपने बिजली और डीजल के खर्च में कमी लाने में मदद मिलेगी. बल्कि यह उन्हें अधिक समृद्ध और स्वावलंबी भी बनाएगी.
बिक्रमगंज में योजना का क्रियान्वयन
रोहतास जिला के बिक्रमगंज अनुमंडल में योजना को साकार करने के लिए विभिन्न विद्युत उपकेंद्रों पर सौर प्लांट लगाने की पहल की गई है. इससे क्षेत्र के किसान सौर ऊर्जा का लाभ उठा सकेंगे और उनकी खेती भी सुगम होगी.
सौर ऊर्जा का महत्व
सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण के अनुकूल है बल्कि यह किसानों को ऊर्जा के एक स्थिर स्रोत की सुविधा भी प्रदान करती है. इस ऊर्जा का उपयोग कर किसान अपने खेतों में सिंचाई की लागत को काफी कम कर सकते हैं.
एक मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट
प्रत्येक चार एकड़ जमीन पर एक मेगावाट क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित किया जाना है. जिससे बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा उत्पन्न की जा सकेगी. इस प्लांट की स्थापना से किसान अपने खेतों में ऊर्जा स्वावलंबन की दिशा में एक कदम बढ़ाएंगे.
मल्टीफंक्शनल उपयोगिता
यह योजना न केवल सौर ऊर्जा प्रदान करेगी बल्कि किसान इन सोलर प्लांट्स के नीचे सब्जी जैसे अन्य फसलें भी उगा सकेंगे. जिससे उनकी आय में इजाफा होगा और खेती की दक्षता भी बढ़ेगी.
ऊर्जा विभाग की भूमिका
ऊर्जा विभाग ने इस योजना के तहत निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में सौर प्लांट्स की स्थापना के लिए सहायता प्रदान की है. इससे किसान अपने खेती के लिए जरूरी ऊर्जा स्वयं उत्पन्न कर सकेंगे.