हरियाणा की बीजेपी सरकार ने हिसार जिले के आदमपुर हल्के में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। नायब सैनी जो कि हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं। नायब सैनी ने आदमपुर नगरपालिका को भंग करके उसे दोबारा पंचायत में परिवर्तित करने की मांग पर मुहर लगा दी है। यह फैसला लोक भावनाओं को देखते हुए किया गया है क्योंकि स्थानीय लोगों की ओर से लगातार यह मांग की जा रही थी कि नगरपालिका का दर्जा उन्हें नहीं चाहिए।
बिश्नोई परिवार का प्रयास
इस प्रयास में कुलदीप बिश्नोई जो कि एक प्रमुख बीजेपी नेता हैं और उनके पुत्र भव्य बिश्नोई जो आदमपुर से विधायक हैं। भव्य बिश्नोई की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस फैसले के लिए सरकार का धन्यवाद दिया है। भव्य बिश्नोई ने अपने पोस्ट में लिखा कि आदमपुर के लोग उनके लिए परिवार की तरह हैं और उनकी खुशी उनके लिए सर्वोपरि है।
विश्वास की मजबूत कड़ी
कुलदीप बिश्नोई ने यह भी कहा कि आदमपुर के साथ उनका विश्वास का रिश्ता 56 साल पुराना है। उन्होंने लोगों से वादा किया था कि वे नगरपालिका का दर्जा खत्म कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। आदमपुर के लोगों ने इस दर्जे को पाने के बाद व्यापक रूप से विरोध प्रदर्शन किया था और वे चाहते थे कि उनकी जगह को पंचायती राज के अंतर्गत लाया जाए।
जनभावनाओं की जीत
आदमपुर को जून 2021 में मनोहर लाल सरकार द्वारा नगरपालिका का दर्जा दिया गया था। जिसके बाद से ही लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। लोगों का कहना था कि इस दर्जे से उन्हें व्यावहारिक रूप में कोई फायदा नहीं हो रहा था। बल्कि उनके जीवन में अधिक जटिलताएं और चुनौतियाँ बढ़ गई थीं। कुलदीप और भव्य बिश्नोई ने इन प्रदर्शनों के दौरान लोगों से मिलकर उन्हें यह विश्वास दिलाया था कि वे उनकी मांगों को पूरा करेंगे।