Tractor Subsidy: धान की खेती के बाद उत्पन्न होने वाली पराली एक बड़ी समस्या है. जिसके समाधान के लिए सरकार ने किसानों को कृषि यंत्रों पर सब्सिडी (subsidy on agricultural tools) प्रदान करने की पहल की है. यह सब्सिडी विशेष रूप से पराली प्रबंधन उपकरणों के लिए है. जिससे किसान पराली को जलाने के बजाय उसका प्रबंधन कर सकें.
राज्य सरकार द्वारा ट्रैक्टरों का वितरण
राज्य सरकार ने पराली प्रबंधन को और अधिक सुगम बनाने के लिए किसानों को 1100 हाई एचपी ट्रैक्टर (high HP tractors) वितरित करने का निर्णय लिया है. यह कदम पराली जलाने की प्रवृत्ति को कम करने और वायु प्रदूषण (air pollution reduction) को नियंत्रित करने की दिशा में उठाया गया है.
ट्रैक्टर वितरण के लाभ और सब्सिडी की व्यवस्था
हाई एचपी के ट्रैक्टरों का वितरण किसानों को पराली प्रबंधन में आवश्यक तकनीकी साधन (technical means for stubble management) प्रदान करेगा. जिससे वे अधिक कुशलता से अपने खेतों की देखभाल कर सकेंगे. इससे किसानों को अपने खेती के तौर-तरीकों को अधिक समृद्ध और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी.
ट्रैक्टर किराए पर लेने की सुविधा और उसके फायदे
किसान अब स्वयं सहायता समूहों, पंचायतों और सहकारी समितियों के माध्यम से सस्ते किराए पर ट्रैक्टर (affordable tractor rental) ले सकते हैं. जिससे उनकी लागत कम होगी और पराली प्रबंधन के लिए उचित उपकरण सुलभ होंगे. इस पहल से किसानों को अपने खेती की तकनीकों को आधुनिक बनाने में सहायता मिलेगी.
इस योजना का लाभ कौन उठा सकता है
यह योजना विशेष रूप से पंजाब के किसानों के लिए डिजाइन की गई है. इससे पंजाब के किसान न केवल अपनी खेती की लागत को कम कर सकेंगे. बल्कि पराली प्रबंधन (crop residue management) के लिए आवश्यक उपकरण भी प्राप्त कर सकेंगे. यह उन्हें खेती के अधिक स्थायी तरीके अपनाने में मदद करेगा. जिससे फसल की उत्पादकता बढ़ेगी और पर्यावरणीय नुकसान कम होगा.