Indian Railway: भारतीय रेलवे ने अपनी व्यापक पहुंच और सुविधाजनक सेवाओं के माध्यम से यात्रा को न केवल आरामदायक बनाया है। बल्कि विश्व स्तर पर इसे अधिक सुरक्षित और पसंदीदा बनाया है। वर्तमान में बुलेट ट्रेन के निर्माण और वंदे भारत जैसी सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों (semi high-speed trains) के संचालन से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय रेलवे तकनीकी प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
दुनिया की सबसे सुस्त चाल से चलने वाली ट्रेन
इस तकनीकी विकास के बीच एक ऐसी ट्रेन भी है जिसकी गति बैलगाड़ी से भी कम है। लेकिन इसकी लोकप्रियता (popularity) शानदार है। नीलगिरी माउंटेन रेलवे जो यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल है। भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत (cultural heritage) को दर्शाती है।
नीलगिरी माउंटेन रेलवे का अनूठा सफर
नीलगिरी माउंटेन रेलवे का स्टीम इंजन अपने 45.88 किमी लंबे सफर को मेट्टुपलयम से शुरू करता है और यह मशहूर हिल स्टेशन ऊटी को जोड़ता है। यह यात्रा प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और यात्रियों को शानदार अनुभव प्रदान करती है।
लंबी और ऐतिहासिक यात्रा का समय
इस सफर को पूरा करने में ट्रेन को लगभग 5 घंटे का समय लगता है। इस रूट की योजना 1854 में बनी थी और यह 1899 में पूरी होकर यातायात के लिए खोली गई थी।
निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी
मद्रास रेलवे ने इस लाइन का निर्माण किया था और लंबे समय तक इसका संचालन भी किया। बाद में इसे साउथ इंडियन रेलवे कंपनी ने अधिग्रहित कर लिया।
यादगार सफर का अनुभव
नीलगिरी की घाटियों में यह ट्रेन यात्रा आपको ऐसे नजारे प्रदान करती है। जिन्हें आप कभी नहीं भूल सकते। यह सफर न केवल मनोरम है बल्कि यह आपको प्रकृति के और करीब ले जाता है।
रूट की विशेषताएं और नजारे
इस रेल मार्ग में 250 रेलवे ब्रिज, कई टनल और शार्प कर्व हैं, जो इसे इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना बनाते हैं। नीलगिरी माउंटेन रेलवे की खिड़कियों से दिखने वाले पहाड़ी नजारे आपकी यात्रा को और भी मनोरम बना देते हैं।