मई 2023 में NHAI ने 100 घंटे के भीतर 100 किमी लंबी बिटुमिनस कंक्रीट सड़क बिछाकर न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को आश्चर्यचकित कर दिया. गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे पर किए गए इस कार्य ने न केवल निर्माण क्षेत्र में नया इतिहास रचा. बल्कि भारत के बुनियादी ढांचे की तेजी से हो रही प्रगति का भी परिचय दिया.
NHAI की क्षमता और गति
NHAI ने जिस तेजी से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया. वह उसकी अनोखी क्षमता और कुशल प्रबंधन का प्रमाण है. इस कार्य को पूरा करने के लिए लगभग 80 हजार श्रमिकों और 200 रोड रोलर्स की आवश्यकता पड़ी. यह दर्शाता है कि NHAI न केवल तकनीकी रूप से सक्षम है. बल्कि बड़े पैमाने पर काम करने की ताकत भी रखती है.
गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग 34 का हिस्सा है, जो गाजियाबाद को अलीगढ़ के साथ-साथ बुलंदशहर, सिकंदराबाद और खुर्जा जैसे शहरों से जोड़ता है. इस 6-लेन के एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन शहरों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो गया है. जिससे यातायात में सुविधा और आसानी आई है. इसके साथ ही स्थानीय व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा मिला है.
इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत की उपलब्धि
NHAI की इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि भारत अब इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में विश्व के अग्रणी देशों के साथ खड़ा है. इस तरह के रिकॉर्ड भारत के लिए गर्व का विषय हैं और देश की निर्माण क्षमता को दर्शाते हैं. इससे न केवल घरेलू विकास को बल मिलता है. बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की साख बढ़ती है.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में NHAI का नाम
यह पहला मौका नहीं है जब NHAI ने ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है. अगस्त 2022 में भी NHAI ने NH-53 पर अमरावती और अकोला के बीच 75 किमी लंबी सड़क का निर्माण 105 घंटे और 33 मिनट में पूरा करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया था. यह उपलब्धि NHAI की तकनीकी क्षमता और प्रभावी तरीके से काम करने का जीवंत उदाहरण है.
बुनियादी ढांचे में आगे बढ़ता भारत
NHAI द्वारा किए गए इन अभूतपूर्व कार्यों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं है. इस तरह की परियोजनाएं न केवल यात्रा को आसान बनाती हैं. बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. NHAI की ये उपलब्धियां भारत के निर्माण और विकास के सफर को गति प्रदान कर रही हैं.