NH-44: बर्फीली वादियों से लेकर समुद्री किनारों तक ये भारत का सबसे लंबा हाईवे, मिलती हैं ये खास सुविधाएं

By Vikash Beniwal

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NH44

NH-44: अगर आप लंबी यात्रा के शौकीन हैं और भारत की विविधता को एक सफर में देखना चाहते हैं, तो नेशनल हाईवे-44 (NH-44) आपका सपना सच कर सकता है। 4,112 किलोमीटर लंबे इस हाईवे की शुरुआत कश्मीर के बर्फ से ढके पहाड़ों से होती है और यह कन्याकुमारी के समुद्र किनारे जाकर खत्म होता है। यह न सिर्फ भारत का सबसे लंबा हाईवे है, बल्कि सबसे ज्यादा राज्यों से होकर गुजरने वाला राजमार्ग भी है।

7 हाईवे को जोड़कर बना एनएच-44
एनएच-44 का निर्माण एक बड़े प्रोजेक्ट के तहत हुआ है। यह हाईवे 7 पुराने नेशनल हाईवे (NH1A, NH1, NH2, NH3, NH75, NH26 और NH7) को जोड़कर बनाया गया है। इसके निर्माण ने उत्तर से दक्षिण तक सफर को बेहद आसान और सुगम बना दिया है। इसे नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर भी कहा जाता है।

यह हाईवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से चार गुना लंबा है और दुनिया के सबसे लंबे राजमार्गों में 22वें स्थान पर है।

सफर की शुरुआत: बर्फीली वादियां और झरने
एनएच-44 की शुरुआत कश्मीर के श्रीनगर से होती है। यहां बर्फीले पहाड़ और झरने यात्रियों का मन मोह लेते हैं। कश्मीर की हरी-भरी घाटियां इस हाईवे की खूबसूरती को बढ़ाती हैं। इसके बाद हाईवे पंजाब में प्रवेश करता है, जहां सरसों के पीले खेत और हरियाली से भरे नजारे यात्रियों का स्वागत करते हैं।

हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश का अनुभव
पंजाब से यह हाईवे हरियाणा और फिर दिल्ली पहुंचता है। दिल्ली की तेज रफ्तार जिंदगी और ऐतिहासिक जगहों को देखने का मौका मिलता है। इसके बाद एनएच-44 उत्तर प्रदेश में प्रवेश करता है। यूपी में आपको हर मौसम में अलग-अलग प्राकृतिक नजारे देखने को मिलेंगे।

राजस्थान से मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र
उत्तर प्रदेश से यह हाईवे राजस्थान में प्रवेश करता है। यहां की रेगिस्तानी भूमि, किले और संस्कृति इसे और खास बनाते हैं। इसके बाद यह हाईवे मध्य प्रदेश और फिर महाराष्ट्र पहुंचता है। महाराष्ट्र में वनों और समृद्ध सांस्कृतिक स्थलों के साथ-साथ मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर का अनुभव मिलता है।

तेलंगाना और आंध्रप्रदेश: समुद्री किनारों का सौंदर्य
महाराष्ट्र से निकलकर एनएच-44 तेलंगाना और फिर आंध्रप्रदेश के समुद्री इलाकों से होकर गुजरता है। यहां का शांत माहौल और समुद्र की लहरें आपको सफर का असली आनंद देती हैं।

कर्नाटक से कन्याकुमारी तक: जंगल और समुद्र का संगम
तेलंगाना और आंध्रप्रदेश से यह हाईवे कर्नाटक पहुंचता है। कर्नाटक में हरियाली से भरे जंगल और ऐतिहासिक मंदिर इसकी खूबसूरती बढ़ाते हैं। आखिरकार, यह हाईवे कन्याकुमारी में जाकर खत्म होता है। कन्याकुमारी वह जगह है जहां तीन समुद्र – अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर – आपस में मिलते हैं।

  • एनएच-44 क्यों है खास?
  • 1.सबसे लंबा हाईवे: 4,112 किलोमीटर की लंबाई के साथ यह भारत का सबसे लंबा हाईवे है।
  • 2.सबसे ज्यादा राज्य: यह हाईवे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, 3.महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे 12 राज्यों से गुजरता है।
  • 4.आर्थिक लाभ: नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर बनने से पब्लिक ट्रांसपोर्ट और व्यापार आसान हुआ है।
  • 5.पर्यटन के लिए वरदान: एनएच-44 भारत की विविधता को एक सफर में दिखाने का बेहतरीन माध्यम है।

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.