Tips For Nilgai Crop Safe: सर्दियों में रातभर अपने आप होगी खेतों की रखवाली, 50 रुपए के जुगाड से आवारा पशु रहेंगे दूर

By Uggersain Sharma

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Tips For Nilgai Crop Safe: भारतीय खेती-बाड़ी का इतिहास बताता है कि किसान और जंगली जानवरों के बीच संघर्ष सदियों पुराना है. विशेष रूप से नीलगाय और बंदर जैसे जानवर खेतों में फसलों को नष्ट कर देते हैं जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान होता है. इस समस्या को निपटने के लिए किसान विभिन्न उपाय अपनाते हैं, हालांकि, ये उपाय अक्सर महंगे पड़ते हैं और लम्बे समय tk समाधान नहीं होते.

जुगाड़ तकनीक

किसानों ने अपने खेतों की रक्षा के लिए एक सस्ता और असरदार उपाय खोज निकाला है. मात्र 50 रुपये की लागत से, वे लोहे की पाइप (Iron Pipe) और पटाखों का उपयोग कर नीलगाय और अन्य जानवरों को अपने खेतों से दूर भगा सकते हैं. इस जुगाड़ में पटाखे की तेज आवाज जानवरों को डराकर भगा देती है, जिससे फसलों को सुरक्षित रखा जा सकता है.

पटाखा जुगाड़

इस जुगाड़ की क्रियान्विति के लिए किसान आधा इंच मुड़े हुए लोहे के पाइप का उपयोग करते हैं. पाइप के एक सिरे पर पटाखा रखकर उसे जलाया जाता है, जिसकी धमाकेदार आवाज से जानवर खेतों से भाग जाते हैं. इस जुगाड़ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे तैयार करने में केवल 50 रुपये का खर्च आता है, जिसमें पटाखा और लोहे की पाइप शामिल हैं.

नीलगाय का आतंक और किसानों की दुर्दशा

भारत के कई राज्यों में, खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में नीलगाय का आतंक बढ़ता जा रहा है. बिहार सरकार ने तो नीलगायों को खत्म करने के लिए शूटर तक नियुक्त किए हैं. ये जानवर न केवल फसलों को नष्ट करते हैं बल्कि किसानों की आजीविका पर भी भारी असर डालते हैं.

किसानों की समस्याओं का समाधान और सरकारी उपाय

किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने कई उपाय शुरू किए हैं जिनमें सब्सिडी और सहायता कार्यक्रम शामिल हैं. ये उपाय न केवल किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं बल्कि उन्हें जानवरों से अपनी फसलों की रक्षा के लिए उपयुक्त तकनीकी और साधन भी उपलब्ध कराते हैं.

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.