Bank Closed News: भारतीय रिजर्व बैंक देश के बैंकों के संचालन और नियमन का मुख्य निकाय है. RBI का काम बैंकों की निगरानी करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे वित्तीय नियमों का पालन करें. जब कोई बैंक इन नियमों का उल्लंघन करता है या वित्तीय संकट में फंस जाता है तो RBI तुरंत कार्रवाई करता है.
बैंक लाइसेंस रद्द
हाल ही में, RBI ने महाराष्ट्र के दो सहकारी बैंकों—जयप्रकाश नारायण नगरी सहकारी बैंक और द सिटी कोऑपरेटिव बैंक (cooperative banks in Maharashtra) के लाइसेंस रद्द किए हैं. इस कदम को उठाने की प्रमुख वजह इन बैंकों की खराब वित्तीय स्थिति और जमाकर्ताओं की रक्षा करने में असमर्थता थी.
लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया
जब बैंक वित्तीय स्थिरता के मानकों को पूरा नहीं कर पाते या उचित प्रबंधन नहीं करते तो RBI उनके खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए बाध्य होता है. इसमें बैंक का लाइसेंस रद्द करना (bank license revocation) शामिल है जिससे बैंक को अपनी बैंकिंग गतिविधियाँ रोकनी पड़ती हैं.
बैंक लाइसेंस रद्द होने का कारण
जब किसी बैंक का लाइसेंस रद्द होता है तो उसे नई जमाराशियाँ स्वीकार करने या ऋण जारी करने की अनुमति नहीं होती. बैंक की सभी परिसंपत्तियां बेचकर जमाकर्ताओं को उनके पैसे का भुगतान किया जाता है (bank asset liquidation).
जमाकर्ताओं को मिलने वाली राशि
डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (DICGC) के तहत बैंक के जमाकर्ताओं को उनकी जमा राशि में से प्रत्येक को अधिकतम ₹500000 तक की गारंटी दी जाती है. इससे बैंक के खाताधारकों को अपनी बचत की एक हद तक सुरक्षा मिलती है (deposit insurance).
डीआईसीजीसी की भूमिका
डीआईसीजीसी बैंक जमा को बीमा जमा करने वाली एक सरकारी संस्था है. यह संस्था बैंकिंग संकट के समय में जमाकर्ताओं की रक्षा करती है और उन्हें उनकी जमा राशि की एक निश्चित सीमा तक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है (bank deposit insurance).